सर्वे: नौकरी छोड़ने की फिराक में हैं देश के 80 फीसदी कर्मचारी
80 फीसदी नौकरीपेशा लोग अपनी नौकरी से दुखी आ चुके हैं।
नई दिल्ली। टाइम्सजॉब्स ने नौकरी करने वाले लोगों पर सर्वे किया है। इस सर्वे के मुताबिक भारत में ज्यादातर नौकरीपेशा अपनी नौकरी से खुश नहीं है। वो बदलाव चाहते हैं।
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ऑफिस के माहौल, सैलरी, काम के दबाव जैसी तमाम चीजें कर्मचारियों का मन अपना नौकरी से हटा रही हैं। 60 फीसदी अपनी नौकरी से असंतुष्ट हैं तो 80 फीसदी नौकरी बदल देना चाहते हैं।
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सर्वे के मुताबिक सैलरी के साथ वर्क कल्चर जैसी कई दूसरी चीजें भी नौकरी के प्रति कर्मचारी का लगाव बनाने में अहम किरदार निभाती हैं।टाइम्स बिजनेस सॉल्यूशंस के हेड नीलांजन रॉय के मुताबिक नौकरियों से संतुष्टि में तनख्वाह के साथ करियर की तरक्की भी अहम किरदार अदा कर रही है।
सैलरी से ज्यादा वर्क कल्चर से परेशान हैं कर्मचारी
सर्वे के मुताबिक, जो 60 फीसदी लोग नौकरी से खुश नहीं उनमें 80 फीसदी कर्मचारी जूनियर स्तर के, 60 फीसदी मध्यम स्तर के और 40 फीसदी सीनियर स्तर के कर्मचारी हैं।
नौकरी के प्रति नाखुशी की वजह 50 फीसदी कर्मचारियों ने खराब वर्क कल्चर, 30 फीसदी ने अपने काम का निरर्थक लगना जबकि 20 फीसदी ने तनख्वाह कम होना बताया।
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अपनी नौकरी से कर्मचारियों की नाखुशी लगातार बढ़ती जा रही है। 2015 में 78 फीसदी लोगों ने इसी सर्वे में नौकरी के प्रति संतुष्टि जताई थी लेकिन बेहतर अवसर मिलने पर नौकरी बदलने की बात कही थी।
नीलांजन रॉय का कहना है कि हमारे देश में कंपनियां सैलरी को ही एकमात्र पैमाना मानती हैं, जबकि वर्क कल्चर पर ध्यान नहीं देती हैं। उन्होंने कहा कि कंपनियों को चाहिए कि अपने कर्मचारियों को अच्छी तनख्वाह के साथ दूसरी सहूलियात और अच्छा वर्क कल्चर दें।
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