भाई की जीत पर अभय देओल ने खोला राज, बताया- सनी क्यों आए राजनीति में?
नई दिल्ली। लोकसभा 2019 का चुनाव देओल परिवार के लिए दोहरी खुशी लेकर आया है, जहां एक ओर एक्टर धर्मेंद्र की पत्नी हेमामालिनी ने मथुरा से दोबारा जीत दर्ज की है, वहीं दूसरी ओर उनके बड़े बेटे सनी देओल, जो कि पहली बार चुनावी रण में उतरे थे, ने गुरदासपुर से बंपर जीत दर्ज की है, दोनों ही लोगों ने बीजेपी के टिकट पर सफलता अर्जित की है, ऐसे में देओल परिवार दोहरी खुशी मनाने में व्यस्त है।
अभय ने सनी देओल की दिल खोलकर तारीफ की
सनी देओल की जीत पर उनके चचेरे भाई अभय देओल ने खुशी जाहिर की है, पीटीआई से बात करते हुए अभय ने सनी देओल की दिल खोलकर तारीफ की, अभय ने कहा कि सनी बहुत ही गंभीर और कोमल इंसान हैं, वो हमेशा अच्छा काम करना चाहते हैं और वो समाज के लिए हमेशा बेहतर करने की कोशिश करते हैं, यही वजह है कि उन्होंने राजनीति में आने का फैसला लिया।
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अभय ने कहा कि सनी को पैशन है....
अभय ने कहा कि सनी को पैशन है कि लोगों के साथ जो भी हो वो सही रहे, राजनीति बेशक एक अलग गेम है और हम कोई पॉलिटीशियन भी नहीं हैं लेकिन मुझे लगता है कि सनी बेहतर काम करेंगे,मैं खुश हूं कि उन्होंने राजनीति में आने का फैसला लिया, जब आप दिल में अच्छा सोचते हैं, आपकी नीयत सही होती है तो आपको रास्ता जरूर मिलता है और सनी का दिल भी बहुत अच्छा है।
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सनी ने कांग्रेस के सुनील जाखड़ को 82459 वोटों से मात दी
यहां आपको बता दें कि गुरदासपुर में सनी ने कांग्रेस के सुनील जाखड़ को 82459 वोटों से मात दी है, जीत के बाद सनी ने कहा था कि अब बस मेरा एक ही उद्देश्य है कि मुझे जो जीत मिली है, उसके बदले में काम करूं। अपने क्षेत्र को बेहतर बना सकूं। यही मेरी जिम्मेदारी है। लोगों ने जो प्यार दिया उससे बहुत खुशी है। मैं यहां कोई इरादा लेकर नहीं आया था, बस अपना काम करूंगा।
गुरदासपुर की लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रही है
बता दें कि गुरदासपुर की लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रही है और इससे पहले 1998, 1999, 2004 और 2014 में विनोद खन्ना ने यहां से जीत हासिल की थी। आखिरी बार यहां विनोद खन्ना 136065 वोटों के साथ जीते थे। हालांकि 27 अप्रैल, 2017 को विनोद खन्ना के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी सुनील जाखड़ को यहां रिकॉर्ड मतों से जीत मिली थी।
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