कुल पेट्रोल का 62 फीसदी इस्तेमाल करते हैं दो पहिया वाहन
नई दिल्ली। अगर आप सोंचते हैं कि पेट्रोल का सर्वाधिक उपभोग चार पहिया वाहनों में होता है तो यह गलत है। नीलसन द्वारा किये गये सर्वे से जो आंकड़े आये हैं उसके अनुसार 62 प्रतिशत पेट्रोल का इस्तेमाल द्विपहिया वाहन, 27 प्रतिशत पेट्रोलियम पदार्थों का उपयोग चार पहिया वाहन धारक, 6 प्रतिशत तीन पहिया वाहन और मात्र दो प्रतिशत पेट्रोल का प्रयोग अन्य कार्यों जैसे जनरेटर चलाने के लिए किया जाता है।
यह सर्वे देश के पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा करवाया गया है, जिसका उद्देश्य देश में पेट्रोलियम पदार्थों की जरूरतों का पता लगाना है। यह ध्यान देने योग्य है कि अप्रैल से अगस्त के दौरान आयात बिल में 9.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी होने के साथ ही इसकी कीमत अब 3,47,432 करोड़ हो गयी है। जिसके बाद अब पेट्रोलियम मंत्री एम वीरप्पा मोइली पेट्रोलियम पदार्थों के संरक्षण के लिए एक अभियान की शुरूआत कर रहे हैं। भारत में इस समय प्रतिवर्ष 160 लाख टन पेट्रोल की जरूरत होती है। सर्वे के अनुसार 4 प्रतिशत पेट्रोल ग्रामीण क्षेत्रों के लोग बोट और बाइक जैसे यूटिलिटी वाहन चलाने के लिए प्रयोग करते हैं। पेट्रोलियम पदार्थो की इस मात्रा में पश्चिम बंगाल और असम के चाय बागानों में छोटे जनरेटर भी चलाये जाते हैं।
वहीं 66 प्रतिशत डीज़ल का इस्तेमाल सार्वजनिक वाहनों के परिचालन में, 19 प्रतिशत का कृषि में लगभग 2 प्रतिशत मोबाइल टावरों में और बाकी का उपयोग जनरेटर और अन्य उपकरणों में किया जाता है।
सर्वे के अनुसार भारत के चार जोन में सार्वजनिक वाहनों में 77 प्रतिशत डीज़ल का उपभोग होता है।