13 साल की मासूम ने पीएम को लिखा पत्र, 100 कर्मचारियों की छुट्टी
13 साल की मासूम ने पीएम मोदी से अवैध वसूली की शिकायत की, 100 से अधिक कर्मचारियों की छुट्टी।
नई दिल्ली। देशभर के तमाम नेता महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पर बापू को श्रंद्धांजलि देने के लिए पहुंचते है। लेकिन यहां काम कर रहे कर्मचारियों की करतूत की शायद ही किसी को जानकारी हो। यहां के कर्मचारी यहां घूमने आने वाले सैलानियों से अवैध वसूली करते हैं, इस बात की शिकायत महज 13 साल की एक मासूम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है।
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विदेशियों से होती थी वसूली
पटियाला के कक्षा सात में पढ़ने वाली हश्मिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस बात की शिकायत की है कि यहां के कर्मचारी यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों से उनके जूतों के रखरखाव के लिए उनसे अवैध वसूली करते हैं। मासूम की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए राजघाट पर काम करने वाले सौ से अधिक कर्मचारियों को काम पर से हटा दिया गया है।
मामले की जांच शुरू
हश्मिता की शिकायत के बाद पीएमओ कार्यालय की ओर से इस मामले की जांच भी शुरू करा दी गई है। शनिवार को राजघाट पर एक अधिकारी ने पहुंचकर यहां लोगों से पूछताछ की। हाल ही में दिल्ली घूमने आई पटियाला की हश्मिता ने यहां हो रही अवैध वसूली की शिकायत की थी। उसने अपने पत्र में लिखा था कि यहां जूते-चप्पल रखने के लिए एक सशुल्क और एक निशुल्क काउंटर है, बावजूद इसके यहां के कर्मचारियों ने विदेश पर्यटकों से 100-100 रुपए वसूले। जबकि यहां जूते रखने का शुल्क महज एक रुपए है।
घर पहुंचने पर लिखा पत्र
दरअसल हश्मिता जब दिल्ली से घूमकर वापस पटियाला पहुंची तो उसके मन में यह बात घूमती रही कि बापू के नाम पर यहां विदेशियों से अवैध वसूली की जा रही है, जिसके बाद उसने फैसला लिया कि वह प्रधानमंत्री को इस बाबत पत्र लिखकर शिकायत करेगी। हश्मिता ने अपनी शिकायत को लिखकर, उसपर पता सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नई दिल्ली लिखा, जो सीधा पीएमओ पहुंचा। इस पत्र के प्राप्त होने के बाद 100 से अधिक कर्मचारियों को हटा दिया गया
अनियमितता बर्दाश्त नहीं
वहीं पीएमओ की कार्रवाई के बाद राजघाट के गांधी स्मृति दर्शन समिति के प्रशासनिक अधिकारी एसए जमाल ने इस बाबत कर्मचारियों को सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कर्मचारियों को अपने काम को ईमानदारी से करने को कहा है।