भगवान बुद्ध की मरणस्थली कुशीनगर बना लावारिस लाशों का 'डंप एरिया'
कुशीनगर। जहां पूर्वाचंल में अपराधियों की सक्रियता बढ़ी है। वहीं इस क्षेत्र का अहम जनपद कुशीनगर बिहार व नेपाल की सीमा से लगे होने के चलते अज्ञात शवों का डंप एरिया बनता जा रहा है। करीब छह माह में अब तक यहां दर्जन भर अज्ञात शव बरामद हो चुके हैं, जिनकी शिनाख्त फिलहाल पुलिस नहीं कर पाई है। इन शवों के मिलने को इत्तेफाक मान रही पुलिस शवों का पोस्टमार्टम कराए जाने के अलावा उनके बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं लगा सकी है।
पुलिस अभी तक युवती की शिनाख्त नहीं कर सकी है। इसके बाद सात अगस्त को सेवरही थाना क्षेत्र के घघवा जगदीश के निकट एपी बंधा किनारे 25 वर्षीय युवक का शव मिला, पुलिस उसकी भी शिनाख्त नहीं कर पाई। 9 अगस्त को हेतिमपुर के निकट एनएच स्थित पुल के नीचे 25 वर्षीया विवाहिता का शव मिला। शव पर खून के निशान मिलने से पुलिस ने दुष्कर्म कर हत्या की आशंका जताई। लेकिन शिनाख्त नहीं कर सकी। इसी प्रकार 10 अगस्त को कप्तानगंज रेलवे स्टेशन के आउटर के निकट 30 वर्षीया महिला का शव बरामद हुआ और उसकी भी शिनाख्त नहीं की जा सकी है।
इन शवों की बरामदगी पर एसपी ललित कुमार सिंह का कहना है कि बरामद शवों की शिनाख्त को लेकर पुलिस का प्रयास जारी है, जहां तक महिलाओं के शवों की बरामदगी का मामला है तो पुलिस इस पर गंभीरता से कार्य कर रही है। संदिग्ध हालत में एक के बाद एक मिल रहे शवों से जहां लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है, वहीं इससे तरह-तरह की चर्चाएं भी बढ़ती ही जा रही हैं। हर कोई जानना चाह रहा है कि बरामद शव किसके और कहां से लाकर फेंके गए हैं?