बदलते तिब्बत की बदलती कहानी कह रही हैं ये तस्वीरें
चार जून को होने जा रहे मिस तिब्बत 2017 के मुकाबले से पहले शनिवार को नौ तिब्बती सुंदरियां स्विम सूट राऊंड में शामिल होने के लिये जुटी थीं।
शिमला। यूं तो तिब्बती समुदाय अपनी प्राचीन संस्कृति और सभ्यता के साथ जीने में विश्वास रखता है लेकिन शनिवार को जब धर्मशाला के पास मैकलॉडगंज के एक होटल में तिब्बती सुंदरियां उतरीं तो वह पाश्चात्य संस्कृति में अपने आपको सरोबार कर रही थीं। यह युवतियां अपने पुराने पहचान से आगे निकलना चाह रही हैं। यही बदलते तिब्बत की ताजा तस्वीर है।
मिस तिब्बत 2017 के लिए जुटी थीं सुंदरियां
मैकलॉडगंज में इस वक्त मिस तिब्बत प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। आम तौर पर तिब्बती महिला आपको इस रूप में नहीं दिखाई देती। यही वजह है कि इस प्रतियोगिता के प्रति देशी और विदेशी मीडिया में खासा आर्कषण रहता है। चार जून को होने जा रहे मिस तिब्बत 2017 के मुकाबले से पहले शनिवार को नौ तिब्बती सुंदरियां स्विम सूट राऊंड में शामिल होने के लिये जुटी थीं। दुनिया भर से आये तिब्बती और गैर-तिब्बती दर्शकों के सामने जब यह युवतियां आईं तो तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सभी ने उनका अभिवादन किया। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को उनके फिगर, स्किन,पास्चर आदि का आकलन कर ज्यूरी ने अंक दिये।
रविवार को होगा मिस तिब्बत का फैसला
ज्यूरी में पूर्व मिस हिमालयन तंशुमान गुरूंग जो कि इस समय यूनियन बैंक आफ इंडिया की नैनीताल ब्रांच में मैनेजर हैं के साथ-जाने माने पत्रकार, अभिषेक मधुकर और मानवाधिकार कार्यकर्ता अंशदीप कौर शामिल रहीं। बाद में टिपा हाल में टाक एंड टेलेंट राऊंड का आयोजन भी हुआ। अब कल रात को इस मुकाबले का विजेता घोषित किया जायेगा। अंतिम दिन प्रतिभागी सुंदरियां रैंप पर कैट वॉक करते हुए ज्यूरी के पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देंगी। प्रतियोगिता में दिल्ली की चेमी किजोम, न्यूयार्क से मिगमार डोलमा, वियना की तेन्जिन खोचे, बैंगलोर की तेनजिन नोरडरोन चौंतड़ा, हिमाचल प्रदेश से तेनजिन नारजोम, मनाली से तेनजिन पालदोन और कोलगई से तेनजिन यांगकई व तेनजिन येशी भाग ले रही हैं।
दलाई लामा ने आयोजन से किया किनारा
तिब्बती समुदाय से जुड़ा होने के कारण यह आयोजन विवादों में भी घिरा रहता है। धर्मशाला में इन दिनों यह बहस काफी गर्म है कि आखिर निर्वासन में रह रहे तिब्बती पाश्चात्य संस्कृति अपनाकर क्या संदेश देना चाहते हैं। विवाद को बढ़ता देख तिब्बत की निर्वासित सरकार ने इस आयोजन से अपने आपको अलग कर लिया है। हालांकि इसे आयोजित करने वाले लोबसांग वान्गयाल इसमें कुछ भी बुरा नहीं मानते हैं।
15वीं बार चुनी जाएगी मिस तिब्ब्त
लोबसांग वान्गयाल कहते हैं कि यह तिब्बती सुंदरियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच है। वान्गयाल ने माना कि प्रतियोगिता का विरोध तिब्बती समाज में ही है लेकिन इसके बावजूद वह इस बार 15 वें संस्करण को ला रहे हैं। इस प्रतियोगिता में तिब्बती मूल की 17 से 25 आयु वर्ग तक की सुंदरियां भाग ले रही हैं। उन्होंने बताया कि मिस तिब्बत विजेता रहने वाली सुंदरी को एक लाख रु पये, जबकि फर्स्ट रनरअप को 50 हजार और सेकेंड रनरअप को 25 हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया जाएगा।