कोटखाई गैंगरेप: IG समेत 8 पुलिसकर्मियों को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा
शिमला। बहुचर्चित कोटखाई गैंगरेप मर्डर केस में सीबीआई की ओर से गिरफ्तार आईजी जहूर जैदी सहित सभी आठ पुलिस कर्मियों को अदालत ने 21 सितंबर तक के लिये न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सीबीआई ने आईजी जहूर जैदी समेत सभी पुलिसकर्मियों एक बार फिर सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जहां जांच एजेंसी ने दोबारा चार दिन का रिमांड मांगा। लेकिन अदालत ने बचाव पक्ष की दलीलों को सुनते हुये आरोपियों को 14 दिन की जुडिशिलल कस्टडी में भेज दिया। अदालत ने आदेश दिया कि अगली सुनवाई में सभी आरोपी पुलिसकर्मी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किए जाएंगे। बाद में 28 सितंबर को उन्हें कोर्ट में पेश करना होगा। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने सीबीआई को 3 दिन की रिमांड दी थी जो गुरूवार को खत्म हो गया था। ऐसे में उन्हें शिमला लाया गया और कोर्ट में पेश किया गया।
कोटखाई मामले के आरोपी सूरज की पुलिस थाने में हत्या के मामले में 19 जुलाई, 2017 को कोटखाई थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत एफआईआर (नंबर 101/2017) दर्ज की गई थी। इस मामले में आईजी जहूर जैदी, डीएसपी मनोज जोशी, कोटखाई थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह, एएसआई दीपचंद, तीन हेडकांस्टेबल सूरत सिंह, मोहन लाल, रसिक मोहम्मद और कांस्टेबल रंजीत को गिरफ्तार किया था। सीबीआई का आरोप है कि सूरज हत्याकांड को पुलिस कर्मियों ने ही अंजाम दिया और इस मामले की जांच को बनाई गई एसआईटी के प्रमुख आईजी जैदी ने असलियत को छिपाने में अहम भूमिका निभाई।
हवालात में सूरज की हत्या के मामले में आठ पुलिसवालों के खिलाफ मुकदमा चलेगा। इस मामले में अदालत ने आज जुडिशियल कस्टडी में भेजा है तो दूसरी ओर पुलिस कर्मियों के खिलाफ आरोपपत्र बनाया जा रहा है। इसके साथ ही सूरज कत्ल मामले का चालान जल्द कोर्ट में पेश किया जायेगा। संतरी दिनेश कुमार के बयान के बाद सीबीआई ने हवालात में हत्याकांड के मामले में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सबूत जुटा लिए हैं। संतरी जहां इस केस में सरकारी गवाह होगा, वहीं सीबीआई पुलिस अधिकारियों के मोबाइल डाटा और अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों से सबूत जुटा चुकी है। सीबीआई ने सूरज हत्याकांड की जांच के लगभग पूरा होने और इसका चालान जल्द कोर्ट में पेश करने की सूचना कोर्ट को दी है।
इस बीच कोटखाई गैंगरेप मर्डर केस में जुडिशियल कस्टडी में चल रहे आशीष चौहान समेत पांचों आरोपियों को आज सीबीआई गुजरात ले गई है। गांधीनगर में इन सबका नार्को टेस्ट करवाया जाएगा। इससे पहले जिला एवं सत्र न्यायालय ने आरोपियों के नार्को टेस्ट के लिए मंजूरी दी थी। नार्को टैस्ट के बाद सी.बी.आई. इस मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है।बताया जाता है कि कोटखाई मामले में पुलिस ने कुल 6 आरोपी गिरफ्तार किया था, जिनमें से एक की कोटखाई थाने में संदिग्ध हालात में हत्या कर दी गई है। अब सीबीआई टीम आरोपी आशीष चौहान, राजेंद्र राजू, सुभाष विष्ट, दीपक और लोकजन को गुजरात के गांधीनगर में नार्को टेस्ट करवाएगी। इसके अलावा, थाने में आरोपी सूरज की हत्या मामले में गिरफ्तार आईजी जैदी समेत 8 पुलिस कर्मियों का भी वह अलग से नार्को टेस्ट करवाएगी।
ये
है
मामला
4
जुलाई
को
कोटखाई
के
छात्रा
स्कूल
से
लौटते
समय
लापता
हो
गई
थी।
इसके
बाद
6
जुलाई
को
कोटखाई
के
जंगल
में
बिना
कपड़ों
के
उसकी
लाश
मिली
थी।
छात्रा
की
गैंगरेप
के
बाद
हत्या
कर
दी
गई
थी।
मामले
में
6
आरोपी
पकड़े
गए
थे।
इनमें
राजेंद्र
सिंह
उर्फ
राजू,
हलाइला
गांव,
सुभाष
बिस्ट
(42)
गढ़वाल,
सूरज
सिंह
(29)
और
लोकजन
उर्फ
छोटू
(19)
नेपाल
और
दीपक
(38)
पौड़ी
गढ़वॉल
के
कोटद्वार
से
है।
इनमें
से
सूरज
की
कोटखाई
थाने
में
18
जुलाई
की
रात
को
हत्या
कर
दी
गई
थी।
आरोप
है
कि
राजू
की
सूरज
से
बहस
हुई
और
उसके
बाद
राजू
ने
उसकी
हत्या
कर
दी।
सीबीआई
ने
इन
दोनों
मामलों
में
अलग-अलग
केस
दर्ज
किया
है।
फिलहाल
दोनों
मामलों
की
जांच
चल
रही
है।