हरियाणा में वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाकर 3100 रुपए महीना कर सकती है सरकार, खाका कराया तैयार
चंडीगढ़। प्रदेश सरकार वृद्धावस्था पेंशन 850 रुपए प्रतिमाह बढ़ाने का निर्णय ले सकती है। ऐसा इस बार बजट 2021-22 में होने जा रहा है। सरकार ने इसका खाका तैयार कर लिया है। 850 रुपए बढ़ने पर वृद्धावस्था, दिव्यांग व विधवा पेंशन 2250 रुपए से बढ़कर 3100 रुपए हर महीने हो जाएगी। पेंशन वृद्धि को लेकर हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ सहमति बना ली है। बताया जा रहा है कि, पहले पेंशन में वृद्धि 150 रुपए प्रति महीने के हिसाब से होनी थी मगर आगामी पंचायत चुनावों के मद्देनजर राज्य सरकार पेंशन में बड़ी बढ़ोतरी कर सकती है।

3 हजार करोड़ रुपये का पेंशन बजट
बता दिया जाए कि, हरियाणा में पेंशन बजट लगभग 3 हजार करोड़ रुपये का है। यानी इतनी रकम हर साल पेंशनभोगियों को चली जाती है। सरकार के रिकॉर्ड बताते हैं कि, सूबे में वर्ष 2017-18 में 15 लाख 22 हजार पेंशन लाभार्थी रहे। तब से संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी तो नहीं हुई, किंतु अब पेंशनधारियों की संख्या 16 लाख से ऊपर बताई जाती है। जानकारों का मानना है कि, बढ़ी हुई राशि के तहत अब सरकार को करीब साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रविधान करना होगा।

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पेंशन में उपमुख्यमंत्री की यह है भूमिका
भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार है और जजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में पेंशन 5100 रुपये प्रतिमाह देने का वायदा किया था। ऐसे में इसी वादे पर आगे बढ़ते हुए पेंशन में पिछले एक साल में 250 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। इसके अलावा जजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में पेंशन लाभाॢथयों की उम्र भी घटाने का वायदा किया था। हालांकि, अभी तक इस पर गठबंधन में कोई सहमति नहीं बनी है। जजपा वाली गठबंधन सरकार को अपने चुनावी वायदे के अनुसार 5100 रुपये हर महीने की पेंशन 5 साल के कार्यकाल में देनी है।
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