हरियाणा: स्कूलों में पढ़ने वाले 500 से ज्यादा दिव्यांग बच्चों को मिलेगी प्रॉडक्ट बनाने की ट्रेनिंग
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक विशेष ट्रेनिंग कैंप शुरू करने जा रही है। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने ये फैसला किया है कि सभी जिलों से जिन विशेष बच्चों का चयन किया गया है, उन्हें अलग-अलग चार चरणों में 4 केन्द्रों पर विभिन्न प्रकार के उत्पाद व कार्य करने का 10 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।
22 जिलों के 522 दिव्यांग बच्चों को मिलेगी ट्रेनिंग
इस ट्रेनिंग के लिए 22 जिलों में 522 विशेष बच्चों व 88 स्पेशल अध्यापकों का चयन किया गया है। इसमें भाग लेने वाले विद्यार्थियों के रहने खाने व अन्य सभी जरूरतों का प्रबंध जिस जिले में केन्द्र बनाया गया है वहां के जिला परियोजना अधिकारी द्वारा किया जाएगा। इसके लिए करीबन 30 लाख 9 हजार 980 रूपये का बजट भी जारी किया गया है।
ट्रेनिंग सेंटर में मिलेगी इन उत्पादों को बनाने की ट्रेनिंग
दिव्यांग बच्चों को ट्रेनिंग के दौरान अगरबत्ती, धूपबत्ती, हवन सामग्री, कोन सैटिंड, मोमबत्ती, इत्र, गुलाबजल, गुलकंद, फेस पैक व अन्य प्रॉडक्ट बनाने सिखाए जाएंगे। ताकि विशेष बच्चों इनको बनाकर भविष्य में अपना रोजगार खुद चला सकें और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकें। यही प्रशिक्षण 10 दिनों का होगा तथा रोजाना सुबह 10 से शाम 5 बजे तक ट्रेनिंग दी जाएगी। आपको बता दें कि ये ट्रेनिंग सेंटर रोहतक, हिसार, कुरुक्षेत्र व रेवाड़ी में प्रशिक्षण केन्द्र बनाये गए है। हिसार केन्द्र पर सिरसा के 29, जींद के 24, फतेहाबाद के 21, हिसार के 28 व कैथल के 19 पार्टीसिपेंट्स भाग लेंगे। यह ट्रेनिंग 8 फरवरी से शुरू होगी।