ट्विटर पर विवादित पोस्ट के चलते हरियाणा भाजपा आईटी सेल चीफ अरुण यादव को पद से हटाया गया
चंडीगढ़, 08 जुलाई। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के आईडी सेल के चीफ अरुण यादव को पद से हटा दिया गया है। दरअसल जिस तरह से मुसलमानों और इस्लाम को लेकर अरुण यादव ने ट्वीट किया था, उसके बाद से ही उनकी गिरफ्तारी की मांग उठ रही है। अरुण यादव का सोशल मीडिया पर काफी विरोध हो रहा है। गुरुवार को अरेस्ट अरुण यादव ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था। अरुण यादव ने 2017 और मई माह में जो ट्वीट किए थे उसे लोग शेयर करके गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। भाजपा की ओर से प्रेस रिलीज जारी करके इस बारे में जानकारी दी गई है कि अरुण यादव को उनके पद से हटा दिया गया है।
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हरियाणा के अधिकारी ने बताया कि अरुण यादव के खिलाफ किसी तरह की कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है, ना ही भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अभी तक सस्पेंड किया है। यूथ कांग्रेस चीफ श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट करके लिखा भाजपा ने एक और फ्रिंज एलीमेंट को सस्पेंड कर दिया है। लेकिन यह आंख में धूल झोंकने से काम नहीं चलेगा, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। टीपू सुल्तान पार्टी के शेख सादिक ने कहा कि अगर 2018 के ट्वीट के लिए जुबैर को गिरफ्तार किया जा सकता है तो अरुण यादव को क्यों नहीं।
बता दें कि ऑल्ट न्यूज के पत्रकार जुबैर को दिल्ली पुलिस ने 27 जून को गिरफ्तार कर लिया था। जिस तरह से नूपुर शर्मा के बयान के बाद भारी विरोध हुआ था उसके बाद जुबैर को उनके एक पुराने ट्वीट के चलते गिरफ्तार किया गया था। 2 जुलाई को पुलिस ने उनके खिलाफ विदेश से पैसे लेने का भी आरोप लगाया है। उन्हें 14 दिन की हिरासत में रखा गया है। 4 जुलाई को जुबैर के खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी केस दर्ज किया गया है। गुरुवार को ही जुबैर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। जुबैर ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कहा है कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है।