'अग्निपथ' योजना के विरोध में हिंसा, युवकों ने हरियाणा में कई जगह फूंकी गाड़ियां, इंटरनेट बंद
पलवल। मोदी सरकार की 'अग्निपथ' योजना का कई राज्यों में व्यापक स्तर पर विरोध हो रहा है। हरियाणा में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। यहां कई जिलों में हिंसा भड़क उठी है। युवकों ने गुरुग्राम, रेवाड़ी, होडल, रोहतक और चरखी दादरी जैसे क्षेत्रों में जमकर तोड़-फोड़ मचाई है। सड़कों पर वाहन तोड़े जा रहे हैं। पुलिस की गाड़ियों को आग लगाई जा रही है।
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कल पलवल और फरीदाबाद में युवाओं के प्रदर्शन ने विकट रूप ले लिया। यह सब सुबह करीब 10.30 बजे शुरू हुआ जब सेना भर्ती के इच्छुक ओल्ड कोर्ट के पास रेस्ट हाउस के पास 'अग्निपथ' योजना का विरोध करने के लिए एकत्र हुए। वे जल्द ही ऐसी भीड़ का हिस्सा बन गए, जो राजमार्ग को अवरुद्ध कर रही थी और तोड़-फोड़ मचा रही थी। जब स्थानीय पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे और ज्यादा भड़क गए और डीसी आवास पर हमला कर दिया। उन्होंने सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों पर पथराव किया।
पलवल के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि, हालत देखते हुए धारा-144 लागू कर दी गई है। साथ ही वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं, सभी एसएमएस सेवाओं और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाओं आदि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। वहीं, फरीदाबाद के बल्लभगढ़ अनुमंडल में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए वहां भी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
पलवल के एसपी मुकेश मल्होत्रा ने कहा, "हिंसक प्रदर्शन की चपेट में आने से दो एसएचओ और 15 अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि हमारे पांच वाहन भी जल गए हैं। युवा प्रदर्शनकारियों में कुछ असामाजिक तत्व शामिल हो गए, जिन्होंने जिले में कानून व्यवस्था का संकट पैदा कर दिया। उन्होंने पुलिस पर पथराव किया, गेट तोड़ने की कोशिश की और डीसी के आवास पर हमला किया और एक सुरक्षाकर्मी की बंदूक भी छीन ली। जब उन्होंने पीछे हटने से इनकार कर दिया तो हमने बल प्रयोग करने का प्रतिकार किया और उन पर लाठी चार्ज किया, आंसू गैस के गोले दागे। हमने कुछ को हिरासत में भी लिया है। हमने एसआईटी बनाकर छापेमारी की है। बहरहाल, पुलिस हाई अलर्ट पर है, किसी को भी शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।,"
पुलिस की ओर से कहा गया कि, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के वाहनों को जला दिया है और हाईवे पर अन्य वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया है। मीडिया सेंटर को भी नुकसान पहुंचाया है। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को अपने फरीदाबाद और नूंह समकक्षों से मदद लेनी पड़ी। करीब तीन घंटे में स्थिति पर काबू पाया गया और एक दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने डीसी कार्यालय, डीसी आवास पर हमला किया। साथ ही पांच पुलिस वाहनों को जला दिया गया, कई सार्वजनिक परिवहन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और लगभग 20 पुलिसकर्मियों, प्रशासन और मीडियाकर्मियों को घायल कर दिया। जब पुलिस ने बल प्रयोग किया, तब ही वे पीछे हटे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
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रेवाड़ी जिले में भी स्थिति तनावपूर्ण है, जहां कल व्यापक रूप से प्रदर्शन शुरू हुए। प्रदर्शनकारियों ने यहां सर्कुलर रोड पर बस स्टैंड और नईवाली चौक के बाहर करीब तीन घंटे तक यातायात बाधित किए रखा। उन्होंने ट्रैफिक लाइटों को क्षतिग्रस्त कर दिया और उन्हें रोकने के लिए सड़क पर लगाए गए पुलिस बैरिकेड्स को हटा दिया। परेशानी को देखते हुए भारी पुलिस-जाब्ता तैनात किया गया है।