हरिद्वार में नहीं कर सकेंगे गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर स्नान, 20-21 जून को जिले की सीमाएं रहेंगी सील
हरिद्वार में नहीं कर सकेंगे गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर स्नान, 20-21 जून को जिले की सीमाएं रहेंगी सील
हरिद्वार, जून 19: कोविड संक्रमण को देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन ने गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर होने वाले स्नान पर्व को रद्द कर दिया है। यानी अब श्रद्धालु गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी के पर्व पर हरिद्वार गंगा में डुबकी नहीं लगा सकेंगे। इतना ही नहीं, जिला प्रशासन सतर्कता बरतते हुए आज (19 जून) से ही हरिद्वार आने वाले यात्रियों के लिए सीमाओं को सील कर दिया। 21 जून तक सीमाओं से यात्रियों की एंट्री नहीं होगी।
Recommended Video
हालांकि, उत्तराखंड के देहरादून और पहाड़ी जिलों में जाने वालों को 72 घंटे भीतर की आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। इसके बाद ही लोगों को हरिद्वार से उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश दिया जाएगा। दरअसल, गंगा स्नान पर्वों पर भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन ने गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी का स्नान रद्द करने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं, हरिद्वार पुलिस ने श्रद्धालुओं से तीन दिनों तक हरिद्वार न आने की अपील की है। बता दें कि प्रतिवर्ष दशहरा के स्नान पर्व पर काफी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते हैं।
इस बार कोविड को देखते हरिद्वार प्रशासन ने 20 जून को होने वाले गंगा दशहरा और 21 जून को होने वाले निर्जला एकादशी स्नान पर्व को सांकेतिक कराने का निर्णय लिया है। जिस कारण हरिद्वार पुलिस ने यात्रियों से 20 और 21 जून को हरिद्वार न आने की अपील की है। यात्री हरिद्वार न आ सके इसके लिए शनिवार से ही सीमाओं को सील कर दिया जाएगा। किसी भी यात्री को हरिद्वार गंगा स्नान के लिए आने नहीं दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें:- भूस्खलन के कारण अवरूद्ध हुआ पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग, बद्रीनाथ नेशनल हाईवे ठप
एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने अतिरिक्त फोर्स को तैनात कर दिया है। सीमा पर तैनात पुलिसकर्मी उत्तराखंड की सीमा से एंट्री करने वाले प्रत्यके लोगों से जानकारी लेने के बाद ही हरिद्वार में प्रवेश करने देंगे। पहाड़ी राज्यों में जाने वाले लोगों को 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लानी अनिवार्य है। इस संबंध में देर रात को पुलिस की ओर से एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय और प्रशासन की ओर से एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने श्रीगंगा सभा के पदाधिकारी के साथ बैठक भी की। हालांकि, इन दो दिनों में हरकी पैड़ी पर तीर्थ पुरोहितों को पूजा अर्चना की छूट दी जाएगी। अस्थि विसर्जन को आने वाले यात्रियों को कोई रोकटोक नहीं होगी।