बीपीएल महिला के नाम से बैंक खाता खुलवाकर 3 करोड़ के काले धन को किया 'सफेद', यूं खुला राज
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तीन करोड़ रुपए के काले धन को सफेद किए जाने का मामला सामने आया है। इसके लिए बीपीएल परिवार की एक महिला के बैंक खाते का इस्तेमाल किया गया। नोटबंदी के दौरान हुआ यह घालमेल तब उजागर हुआ जब इतनी बड़ी राशि के लेनदेन पर आयकर विभाग की नजर पड़ी और विभाग ने करीब 28 लाख रुपए टैक्स का नोटिस महिला के नाम से भेजा।
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महिला मीनू के होश उड़ गए
जानकारी के अनुसार पारसा निवासी महिला मीनू तोमर के नाम से मुरैना में एमएस रोड स्थित एक्सिस बैंक में पहले खाता खोला गया और फिर उसमें 2 करोड़ 96 लाख 14 हजार 641 रुपए का लेन-देन किया गया था। इसके आधार पर आयकर विभाग ने अब मीनू के नाम से उसे 27 लाख 72 रुपए का टैक्स जमा करवाने का नोटिस भेजा।आयकर विभाग का नोटिस देख मीनू के होश उड़ गए। उसे तो ठीक से नोटिस का मतलब तक पता नहीं।
मैंने तो पैन कार्ड तक नहीं बनवाया
मीडिया से बातचीत में मीनू ने बताया कि उसने उक्त बैंक खाता नहीं खुलवाया था। आज तक पैन कार्ड तक नहीं बनवाया। जबकि बैंक में खाता खुलवाने के लिए मेरे आधार कार्ड की प्रति व फोटो का इस्तेमाल किया गया। ना मैंने बैंक खाता खुलवाया और ना ही रुपयों का लेन-देन नहीं किया।
इन फर्मों से एनईएफटी
02
दिसंबर
2016
को
श्री
गणेश
इंडस्ट्री
में
14
लाख
रुपए।
03
दिसंबर
2016
को
राधाकृष्ण
इंटरप्राइजेज
में
6
लाख।
14
दिसंबर
2016
को
7
लाख
30
हजार
रुपए।
09
दिसंबर
2016
को
कृष्ण
कुमार
पांडे
को
25
हजार
रुपए।
17
दिसंबर
2016
को
संगीता
उपाध्याय
को
1
लाख
50
हजार।
20
दिसंबर
2016
को
ब्रह्मानंद
अग्रवाल
को
62
हजार
134
रुपए।
रामलखन
सिंह
को
25
हजार
रुपए।
28
दिसंबर
2016
को
आशीर्वाद
ऑयल
प्रालि.
को
3.20
लाख।
मोनू
ट्रेडिंग
कंपनी
को
3
लाख,
31
दिसंबर
2016
को
4
लाख
50
हजार
रुपए।
नोटिस पाकर हो रही हूं परेशान
पोरसा निवासी महिला मीनू तोमर ने बताया है कि जब से 28 लाख रुपए का नोटिस मिला है तब से मैं बहुत परेशान हूं। आयकर विभाग से 27 लाख 72 हजार रुपए जमा कराने का नोटिस तो दिया लेकिन मुझे ही पता कि किसने मेरा नाम का अंकाउट खोल दिया। 28 लाख रुपए कहां से लाएंगे। महिला का आरोप है कि इस संबंध में जब बैंक गए जानकारी करने तो बैंककर्मियों ने जानकारी नहीं दी।