किसानों की जमीन निजी कंपनियों को दी जा रही, यह सरकार ज्यादा समय तक नहीं चलेगी: गुजरात में बोले राकेश टिकैत
अहमदाबाद। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि, मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानून किसानों के लिए नुकसानदेह हैं। ये काले कानून हैं। जिनकी वजह से किसानों की जमीनें छीनी जा रही हैं। टिकैत ने ये बातें अपने गुजरात दौरे के दौरान कहीं। वे 2 दिनों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात आए थे। यहां टिकैत तमाम किसान संगठनों के पदाधिकारियों से मिले और किसान आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की।
राकेश टिकैत ने कहा, "गुजरात में किसान फसल-बर्बादी से जूझ रहे हैं। ऐसे समय में उनकी जमीन निजी कंपनियों को दी जा रही है। किसानों से जमीन छिनने की बातें देशभर में सामने आ रही हैं। हालत यह हैं कि, कंपनियां देश की सरकार चला रही हैं, लेकिन अब यह सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी। किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा। किसान अपने हक की लड़ाई जारी रखेंगे।" गुजरात के संदर्भ में टिकैत ने यह कहा कि, "गुजरात गांधीजी व सरदार पटेल का है। पहले भी यहां आंदोलन हो चुके हैं। यहां का किसान अब अन्य राज्यों के किसानों की तरह निडर होकर शांतिपूर्ण आंदोलन में हिस्सा लेगा।"
इससे पहले टिकैत ने अहमदाबाद के गांधी आश्रम पहुंचकर प्रार्थना की थी। उन्होंने बीते रोज कहा, सत्तारूढ़ भाजपा ने इस राज्य में किसानों की हालत बहुत बिगाड़ रखी है। अब कृषि क्षेत्र की लड़ाई में यहां के किसानों को भी अपने साथ जोड़ेंगे। गुजरात में किसानों के आत्महत्या करने की घटनाओं पर बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, "गुजरात का किसान दहशत में है। हम यहां इनका डर निकालने के लिए आए हैं। हमें राज्य के किसानों, उनके लीडरों और प्रेस को स्वतंत्र कराना है।"
राकेश टिकैत ने गांधी आश्रम में धोक लगाई, कहा- गुजरात का किसान खौफजदा, हम उनका डर निकालने आए हैं
टिकैत ने कहा, "यहां के किसान भी दिल्ली पहुंचकर काले कानूनों का विरोध किए हैं। इन कानूनों से खेती-किसानी तबाह हो जाएगी, जो कि हमें मंजूर नहीं।"