अहमदाबाद: कालूपुर रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट के बाद से फरार आतंकी 14 साल बाद बंगाल में हत्थे चढ़ा
अहमदाबाद। गुजरात के एंटी टेरर स्क्वाड (एटीएस) ने अहमदाबाद के रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट के एक आरोपी को बंगाल में जा पकड़ा है। उसका नाम अब्दुल रजाक गाजी है। अब्दुल रजाक वर्ष 2006 में अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन पर कर्णावती एक्सप्रेस में हुए बम विस्फोट के बाद से फरार था। उसे पकड़ने में 14 साल बाद कामयाबी मिल सकी है।
बंगाल का ही रहने वाला है गाजी
एक अधिकारी ने बताया कि, अब्दुल रजाक गाजी को एटीएस की टीम ने सूचना के आधार पर पश्चिम बंगाल से सटे बांग्लादेश सीमा के पास से पकड़ा। वह मूलत: बंगाल के 24 उत्तरी परगना के बसीरहाट दक्षिण बांगुदी गाजी का रहने वाला है। उस पर आरोप हैं कि, उसने बम रखने वालों की मदद की थी। उसके संपर्क लश्कर-ए-तैयबा से रहे हैं।
आतंकियों को पाक पहुंचाने में मदद की
19 फरवरी 2006 में अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन पर कर्णावती एक्सप्रेस में हुए बम धमाके के मुख्य सूत्रधार जुल्फिकार फैयाज कागजी, सैयद जबीयुद्दीन अंसारी उर्फ अबू जुंदाल को अब्दुल रजाक गाजी ने ही बांग्लादेश बॉर्डर पार कराया था। उसके बाद उन्हें पाकिस्तान भगाने में भी मदद की।
मुंबई-बेंगलुरू के हमलों में भी आया नाम
मालूम हो कि, अबू जुंदाल वर्ष 2008 में मुंबई में हुए हमले का भी आरोपी था। वहीं, अब्दुल रजाक गाजी पर आरोप हैं कि, उसने आईएसआई के कहने पर वर्ष 2008 में बेंगलुरू में हुए बम विस्फोट के आरोपियों को भी आसरा दिया था और बॉर्डर पार करने में मदद की थी।
अहमदाबाद में क्यों किए गए बम धमाके?
जांच एजेंसियों के मुताबिक, कालूपुर रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट गुजरात में वर्ष 2002 में हुए दंगों को ध्यान में रखते हुए किए गए। उस वक्त कर्णावती एक्सप्रेस रेलवे प्लेटफॉर्म पर पहुंची थी। तभी बम फट गया। जिसमें 14 लोग जख्मी हुए थे।
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ये आतंकी भी चढ़ चुके हत्थे
ट्रेन में बम विस्फोट के बाद पुलिस एवं अन्य बलों द्वारा औरंगाबाद निवासी मोहम्मद आमिर शकील अहमद शेख, आकिब सैय्यद, अहमदाबाद निवासी मोहम्मद इलियास अब्दुल सामद मेमण को पकड़ा गया। साथ ही जम्मू-कश्मीर निवासी मोहम्मद असलम उर्फ असलम कश्मीरी और औरंगाबाद बीड निवासी अब्दुल जुंदाल को भी गिरफ्तार किया गया।