Expressway: गोरखपुर-शामली के बीच बनने वाले सात सौ किमी लंबे एक्सप्रेस-वे से बढ़ेगा भारत का सामरिक महत्व
गोरखपुर,29 जुलाई: सीएम योगी की पहल पर गोरखपुर से शामली तक बनने वाले 700 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे से एक तरफ जहां तराई क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी,वही भारत का सामरिक महत्व भी बढ़ेगा। एक्सप्रेस-वे पर हवाई पट्टी भी बनेगी। इस हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमान उतरेंगे। चीन की सीमा के पास होने के कारण इस हवाई पट्टी का विशेष महत्व माना जा रहा है।

गोरखपुर से शामली तक 700 किमी एक्सप्रेस वे का निर्माण हाेना है। इसकी शुरुआत गोरखपुर के जंगल कौड़िया से या कैंपियरगंज से हो सकती है। लागत कम करने के लिए इसे ग्रीन बेल्ट से निकाला जाएगा साथ ही सर्वे में इस पर ध्यान दिया जाएगा कि रास्ते में नदी-नाले व चौराहे कम आएं, जिससे कि कम से कम अंडरपास और पुल बनाने पड़े। एनएचएआइ अधिकारियों ने संभावना जताई है कि यह एक्सप्रेस-वे 90 से 100 मीटर चौड़ा हो सकता है।यह एक्सप्रेस वे पूर्वी उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच आदि जिलों से गुजारने के लिए सर्वे किया जा रहा है। इधर से होते हुए लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर को जोड़ते हुए यह एक्सप्रेस वे शामली तक जाएगा।
आर्थिक विकास को लगेंगे पंख
पूर्वाचल में तराई का एरिया पिछड़ा माना जाता है।सीएम योगी ने इन क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देने के लिए गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे को इन तराई के क्षेत्रों से होकर गुजारने का निर्देश दिया।नि:संदेह इन क्षेत्रों में एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद आर्थिक विकास को गति मिलेगी।व्यापार व रोजगार का सृजन होगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
गोरखपुर व आस-पास में पर्यटन स्थलों की अच्छी संख्या है।एक्सप्रेस वे के निर्माण से बाहरी लोगों का आवागमन सुलभ होगा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
बढ़ेगा सामरिक महत्व
इस एक्सप्रेस-वे पर हवाई पट्टी का निर्माण भी किया जाएगा।नेपाल व चीन के सीमावर्ती क्षेत्रों में बनने के कारण भारत का सामरिक महत्व बढ़ेगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने सड़क के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में ऐसी जगह की तलाश की जा रही है, जहां तीन किलोमीटर लंबाई में बिल्कुल सीधी सड़क बनाई जा सके, जिससे एयर स्ट्रिप बनाने में आसानी हो।
सर्वे कार्य हुआ शुरु
एनएचआई के परियोजना निदेशक सीएम द्विवेदी ने बताया कि इस एक्सप्रेस वे के लिए सर्वे शुरू हो चुका है। देखा जा रहा है गोरखपुर में इसे कहां से शुरू किया जाए।