सीएम ने कोटेदारों को दी सौगात,कहा- उत्तर प्रदेश की खाद्यान वितरण व्यवस्था पूरे देश में बेहतरीन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में प्रदेश के 80 हजार कोटेदारों को आर्थिक सशक्तिकरण की सौगात दी।
उत्तर प्रदेश के कोटदारों के लिए अच्छी खबर है।गुरुवार को गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने कोटेदारों का लाभांश प्रति क्विंटल 70 से बढ़ाकर 90 रुपया करने की घोषणा की। इससे प्रदेश के 80 हजार कोटेदारों को फायदा होगा। इसके साथ ही सीएम योगी ने कोटेदारों को सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) या जनसेवा केंद्र के रूप में और सक्षम बनाने के लिए प्रदेश सरकार तथा सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विस इंडिया लिमिटेड के बीच एमओयू का आदान प्रदान किया।सीएससी पर ई स्टैम्प, आय, जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान, आधार, पैन कार्ड समेत अनेक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ने राज्य सरकार जल्द ही प्रदेश भर की सभी उचित दर की दुकानों का और अपग्रेडेशन करने जा रही है। इससे कोटेदार और सशक्त बनेंगे और राशन वितरण के साथ अन्य सुविधाओं का लाभ आमजन को और तत्परता से प्राप्त होगा। सीएससी के रूप में उचित दर की दुकानों के विक्रेताओं को सक्षम बनाने तथा लाभांश में 20 रुपये की वृद्धि प्रदेश के 80 हजार कोटेदारों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने का अभियान है।
सीएम ने कहा कि कोटे की दुकानों को तकनीक से जोड़ना वर्ष 2017 के पहले तक उत्तर प्रदेश के लिए सपना था। पर, निर्धारित समय सीमा में 80 हजार कोटे की दुकानों पर सरकार ने ई-पास मशीन की सुविधा सुनिश्चित की। इसका परिणाम रहा कि कोरोना संकटकाल में भी 15 करोड़ लोगों को बिना संकट राशन मिलता रहा।
पूरे
देश
में
सबसे
बेहतर
है
यूपी
की
खाद्यान्न
वितरण
व्यवस्था-
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
उत्तर
प्रदेश
की
खाद्यान
वितरण
व्यवस्था
पूरे
देश
में
बेहतरीन
है।
तकनीकी
को
अपनाकर
यहां
के
उन
कार्डधारको
को
नेशनल
पोर्टिबिलिटी
से
जोड़ा
गया
जो
काम
के
चलते
महाराष्ट्र,
पंजाब
गुजरात
या
अन्य
राज्यों
में
हैं।
इसका
फायदा
यह
है
कि
किसी
भी
अन्य
राज्य
में
रहने
वाला
यूपी
का
नागरिक
अपने
राशनकार्ड
पर
वहां
खाद्यान्न
प्राप्त
कर
सकता
है।
प्रदेश
में
15
करोड़
को
मिला
राशन-
सीएम
योगी
ने
बताया
कि
कोरोना
महामारी
के
दौर
में
भी
प्रदेश
में
30
लाख
नए
राशन
कार्ड
जारी
किए
गए।
प्रधानमंत्री
गरीब
कल्याण
अन्न
योजना
के
जरिये
देश
में
80
करोड़
तथा
प्रदेश
में
15
करोड़
लोगों
को
मुफ्त
राशन
दिया
गया।
सबसे
बड़ा
खाद्यान्न
वितरण
अभियान
उत्तर
प्रदेश
सरकार
ने
चलाया।
दिसंबर
2021
से
प्रदेश
में
राशनकार्डधारकों
को
मुफ्त
खाद्यान्न
के
साथ
1
किलो
दाल,
1
किलो
तेल,
1
किलो
नमक
भी
मुफ्त
मिल
रहा
है।
इसके
अलावा
अंत्योदय
कार्डधारकों
को
1
किलो
चीनी
भी
मुफ्त
दी
जा
रही
है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जो सामान कार्डधारकों को उपलब्ध कराया गया वह बेस्ट क्वालिटी का है। कोरोना संकट में जब प्रवासी कामगार वापस उत्तर प्रदेश आए जो सरकार ने पलक पांवड़े बिछा कर उनका स्वागत किया। उनके लिए 6 करोड़ से अधिक लंच पैकेट व पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई। उत्तर प्रदेश से होकर जाने वाले अन्य राज्यों के लोगों को भी भोजन पैकेट व पेयजल उपलब्ध कराया गया। उन यूपी वासियों को जो किन्ही कारणों से सक्षम नहीं थे, उन्हें 15 दिन का राशन व 1000 रुपया भत्ता भी प्रदान किया गया।
इस अवसर पर स्वागत संबोधन प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी तथा आभार ज्ञापन खाद्य एवं रसद आयुक्त सौरभ बाबू ने किया। इस दौरान गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल, बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान, महापौर सीताराम जायसवाल, विधायकगण महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, डॉ विमलेश पासवान आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।