Ghazipur: गंगा नदी में फिर मिलीं कई लाशें, डीएम ने शवों के जल प्रवाह पर लगाई थी रोक
Ghazipur, May 15: गंगा नदी में शवों के जल विसर्जन पर रोक के बावजूद शनिवार की सुबह कई लाशें उतराती नजर आई है। गाजीपुर गंगा नदी में एक बार फिर लाशें दिखने के बाद हड़कंप मच गया है। गंगा में लाशें उतराते देख ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही गाजीपुर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को मौके पर भेजा हैं, जो इस मामले की जांच कर रहे है। बता दें कि इन लाशों के मिलने से स्थानीय लोगों के साथ नाविक भी परेशान हैं।
बता दें कि करंडा थाना क्षेत्र के चोचकपुर शवदाह स्थल के पास 13 मई को भी गंगा नदी में 15 शव दिखने से गांव में हड़कंप मच गया था। लोगों ने तत्काल इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। बाद में पुलिस ने मजदूरों की मदद से आठ शवों को तो बाहर निकलवा लिया, लेकिन सात शव अधिक गहरे पानी में होने के कारण गंगा की धारा में बह गए। पुलिस ने चार शवों का 13 मई और चार का अंतिम संस्कार 14 मई को कराया था।
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इससे पहले गाजीपुर में जरूरतमंदों के लिए लकड़ी बैंक की शुरुआत की गई है। तो वहीं, जिला प्रशासन भी लोगों की मदद के लिए आगे आ गया है। गाजीपुर के डीएम एमपी सिंह ने बताया कि गाजीपुर प्रशासन ने जिले में अंतिम संस्कार के लिए इस्तेमाल होने वाली लकड़ियों के दाम सुनिश्चित कर दिए हैं और इससे ज्यादा पैसे लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार के लिए 650 रुपए प्रति क्विंटल से ज्यादा नहीं लिया जा सकेगा और डोम राजा भी अंतिम संस्कार के लिए 500 रुपए ही ले सकेगा।
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डीएम
ने
कहा-
शवों
को
लेकर
पहुंचें
श्मशान,
हम
कराएंगे
व्यवस्था
उन्होंने
बताया
कि
अगर
को
अपने
परिजन
या
रिश्तेदार
का
अंतिम
संस्कार
करने
का
खर्च
नहीं
उठा
सकता
है
तो
वो
श्मशान
जाए
और
हम
उसे
तुरंत
5000
रुपए
देंगे
और
शव
के
अंतिम
संस्कार
का
भी
पूरा
खर्च
उठाएंगे।
ऐसा
इसलिए
भी
किया
गया
है
क्योंकि
पिछले
दिनों
उत्तर
प्रदेश
के
कई
जिलों
से
शवों
के
गंगा
नदी
में
प्रवाहित
करने
की
घटनाएं
सामने
आई
हैं।
बता
दें,
पुलिस
घाटों
पर
घूम-घूम
कर
प्रचार
कर
रही
है
कि
कोई
भी
शवों
को
नदी
में
न
प्रवाहित
करे।
गाजीपुर
में
पुलिस
अधिकारी
ऐलान
कर
रहे
हैं-
कृपया
शवों
को
गंगा
नदी
में
प्रवाहित
न
करें
और
उनका
अंतिम
संस्कार
करें।
पुलिस
अधिकारी
घाटों
पर
ऐलान
कर
रहे
हैं
कि
अगर
कोई
अंतिम
संस्कार
करने
में
सक्षम
नहीं
है
तो
वो
उन्हें
सूचित
करे
और
पुलिस
अंतिम
संस्कार
की
व्यवस्था
करेगी।