हम हाथ जोड़ते रहे, तड़पते रहे, वो सीरींज से हमारे निजी अंगों में पेट्रोल भरते रहे
हमने लाख मिन्नतें की लेकिन उन्होने हमारे निजी अंगों में पेट्रोल भरना जारी रखा।
उत्तर प्रदेश। बीते हफ्ते मोबाइल चोरी के शक में जिन किशोरों के निजी अगों में पेट्रोल डाल दिया गया था, उनमें से एक पीड़ित ने पुलिस को बताया है कि उनके साथ किस तरह से घटना को अंजाम दिया गया। कैसे उनके गिड़गिड़ाने के बावजूद दंबंगों ने उन्हें नंगा कर वहशीपन किया।
14 अक्टूबर को गाजियाबाद के लोनी में एक दूध डेयरी चलाने वाले युवक ने अपना मोबाइल चोरी करने के शक में चार युवकों को डेयरी पर बुलाकर उन्हें मारा-पीटा और उनके निजी अंगों में सीरींज से पेट्रोल भर दिया था।
पीड़ित चार में से दो किशोंरों की हालत इस घटना के बाद बिगड़ गई। घटना के एक हफ्ते बाद अस्पताल में 16 साल के पीड़ित गुलजार ने बताया है कि किस तरह से उनके साथ दरिंदगी की हदें पार कर दी गईं।
एक युवक बाइक पर जाकर सारींज और पेट्रोल लाया: पीडित
दिल्ली के जीटीबी अस्लपताल में भर्ती गुलजार ने पुलिस को बताया कि हमें रिजवान कुरैशी ने अपनी डेयरी पर बुलवाया जहां उसके दो साथी और भी मौजूद थे। हम लोगों से उसने अपने मोबाइल के बारे में पूछा तो हमने इसकी जानकारी होने से इंकार कर दिया लेकिन रिजवान इस पर आग-बबूला हो गया।
गुलजार ने बताया कि हमारी बात पर उसने यकीन नहीं किया। गुलजार ने कहा 'हमें डेयरी के अंदर बंद कर लिया गया और उनमें से एक युवक बाइक पर पेट्रोल लेने गया उसके बाद उन्होंने सीरींज मंगवाई। उन्होंने हमारे कपड़े उतारें और मारपीट करते हुए निजी अंगों के अंदर सुंई डालकर पेट्रोल भरना शुरू कर दिया।'
शिवसेना की भाजपा को चुनौती, आजम खान की जीभ खींच कर दिखाओ
गुलजार के अनुसार, 'हम सारे दर्द से चीख उठे। हमने उनके पैर पकड़े, हाथ जोड़े कि हमारा भरोसा करो हमारे पास कोई मोबाइल नहीं है लकिन उन्होंने एक ना मानी।'
'उन्होंने बारी-बारी से हम सबके निजी अंगो में पेट्रोल डाला। ऐसा उन्होंने एक बार नहीं बल्कि चार-पांच बार किया। हमारा शरीर दर्द से जैसे फटा जाता था हमें लगा कि हम जिंदा नहीं बचेंगे।'
गुलजार के अनुसार 'ये कोई आधे घंटे तक चलता रहा और वो शायद हमें मारकर ही रुकते लेकिन उनके परिवार का एक बुजुर्ग सदस्य आ गया। उस सदस्य ने ही हम सबको वहां से चले जाने को कहा।
क्या है पूरा मामला?
गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में रिजवान कुरैशी उर्फ रिज्जू नाम का युवक दूध की डेयरी चलाता है। उसका भाई समाजवादी पार्टी का नेता है। 14 अक्टूबर के उसका मोबाइल गुम हो गया।
रिज्जू को अपनी डेयरी से ही मोबाइल के चोरी को जाने का शक हुआ। रिज्जू को लगा कि पड़ोस के रहने वाले जहीर बेग (17), गुलजार (16) फीमू और फिरोज (दोनों 25 साल) ने उसका फोन चोरी किया है।
रिज्जू ने इन चारों को अपनी डेयरी पर बुलाया, जहां उसके साथी अकील और नदीम भी थे। इन तीनों ने इन चारों को डेयरी में बंद कर दिया और मोबाइल के बारे में पूछताछ करने लगे। जब रिज्जू को मोबाइल के बारे में पता ना चला तो उसने साथियों संग मिलकर इन चारों के प्राइवेट पार्ट में सीरींज के जरिए पैट्रोल डाल दिया।
एक देश की GDP के बराबर पहुंची अंबानी की दौलत
बिगड़ गई थी दो किशोंरो की हालत
परिजन इन चारों को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे लेकिन डॉक्टर ने उन्हे जिला अस्पताल भेज दिया। जहां फीमू और फिरोज को भर्ती कर लिया गया लेकिन जहीर और गुलजार का गंभीर हालत देखते हुए उन्हें दिल्ली के जीटीबी अस्पताल रैफर कर दिया गया।
जहीर और गुलजार की हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी। एक हफ्ते बाद हालत में सुधार होने पर अब गुलजार ने पुलिस को बयान दिया है।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा रिज्जू और अकील को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि नदीम ने सरेंडर कर दिया था।
मार्कंडेय काटजू ने MNS के बाद शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को बताया रास्कल, जानिए क्यों
गरीब परिवारों से हैं पीडित
रिजवान कुरैशी द्वारा पीटे और निजी अंगो में पेट्रोल डाले जाने की घटना के शिकार हुए चारों युवक गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते हैं।
एक पीड़ित के भाई ने कहा कि हम तो रोजाना के दिहाड़ी मजदूर हैं। हम एक रुपया खर्च करेंगे तो रिजवान के परिवार वाले एक लाख खर्च कर देंगें ऐसे में हम कैसे इस केस को लड़ पाएंगे।
सपा के MLC ने चेताया: मुलायम की दूसरी बीवी की वजह से पार्टी में पड़ा क्लेश, शिवपाल को बनाया मोहरा
16 साल के पीड़िच गुलजार के 6 भाई-बहन हैं। वो खुद और एक और भाई ही परिवार में कमाने वाले हैं। उसकी मां भी 3000 रुपये महीना की नौकरी करती है।
एक अन्य पीड़िता का भाई ऑटो ड्राइवर है। सभी का यही कहना है कि रिजवान का परिवार प्रभाव वाला है। इसलिए हमें लगता है कि कैसे उनका मुकाबला होगा।
इसके बावजूद इन लोगों का कहना है हम आरोपियों से कोई समझौता नहीं करने जा रहे हैं। हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और हम अपनी तरफ से हरसंभव लड़ाई इंसाफ की खातिर लडेंगें।