थर्मल पावर प्लांट फेल, गुजरात में पवन ऊर्जा ने चौंकाया, उत्पादन बढ़कर 5500 मेगावाट हुआ
Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात में बिजली उत्पादन अब कोयला नहीं, पर हवा के झोंके तय करते हैं। राज्य के थर्मल पावर प्लांट्स में बिजली का उत्पादन 45 मिलियन यूनिट तक गिर गया है, मगर पवन उर्जा (Wind power) का उत्पादन बढ़ रहा है। यानि, गुजरात में सोलर और विन्ड पावर जनरेशन को बढ़ावा मिला है।
थर्मल पावर थमी, नए विकल्प खोज रही सरकार
उर्जा विभाग के एक अफसर ने बताया कि, गुजरात में थर्मल पावर प्लांट कोयले की कमी की वजह से बंध पडे हैं या धीमी गति से चल रहे हैं। कुछ प्लांट को सरकार ने बंद करने का निर्णय लिया है। कोयले की आपूर्ति नहीं होने के कारण सरकार ने इन प्लांट्स को गैस में स्वीचओवर करने का भी सोचा है।
इस तरह घटा कोयले का आंकड़ा
गुजरात विद्युत नियामक आयोग-जीईआरसी राज्य के उर्जा उत्पादन में केवल निगरानी कर रहा है, लेकिन बंद पडे थर्मल पावर प्लांट को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। गुजरात में एक महीने में 45.4 मिलियन यूनिट बिजली का का उत्पादन हुआ है। गुजरात उर्जा विकास निगम (जीएसइसीएल) के पावर प्लांट 2400 मेगावोट बिजली उत्पादन करते थे, लेकिन अब उसका उत्पादन गिर के 1725 मेगावाट तक आ गया है। ये आंकडे तो महीने के हिसाब से हैं, लेकिन सालाना बिजली का उत्पादन ज्यादा मात्रा में गिर रहा है।
पवन ऊर्जा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची
दूसरी ओर गुजरात में तटीय हवा के कारण पवन ऊर्जा अपने रिकॉर्ड स्तर 5500 मेगावाट तक पहुंच गई है। राज्य में पवन ऊर्जा उत्पादन पिछले दो साल में दुगनी वृद्धि हुई है। पवन ऊर्जा राज्य सरकार को घटती बिजली उत्पादन से राहत दे रही है। गुजरात का कुल बिजली उत्पादन 16000 मेगावोट है, जिसमे सबसे अधिक हिस्सा सोलार और विन्ड पावर का माना जाता है।
सरकार को हो रहा बड़ा फायदा
गुजरात में पवन उर्जा इकाई दर प्रति युनिट 3.76 रुपये है, जबकि थर्मल पावर का इराई दर प्रति युनिट 4.25 से 4.70 रुपये होता है। गुजरात सरकार की कंपनी को विन्ड उर्जा से रुपये की बचत भी होती है, जो सीधे अपने ग्राहकों को राहत देती है।
10 सालों में 30000 मेगावाट बिजली उत्पादन की योजना
गुजरात सरकार ने उर्जा उत्पादन के क्षेत्र में एक अहम निर्णय किया है, जिसमें सोलार विन्ड हाइब्रिड पार्क स्थापित करना तय किया है। इसके लिये नीति घोषित करते हुए 10 सालों में 30000 मेगावाट बिजली उत्पादन की योजना है। राज्य के उर्जा मंत्री सौरभ पटेल का कहना है कि, इस नीति की खासियत यह है कि, एक ही जगह पर सोलार एनर्जी और विन्ड एनर्जी का उत्पादन साथ में किया जा सकेगा।
गुजरात में किससे कितनी एनर्जी मिल रही?
गुजरात अभी 5500 मेगावोट विन्ड पावर और 1600 मेगावोट सोलार पावर का उत्पादन कर रहा है। राज्य में कुल 29431 मेगावोट बिजली उत्पादित होती है। जिसमें गैस पावर प्लांट का हिस्सा 9806 मेगावोट और रिन्युएबल एनर्जी का हिस्सा 4940 मेगावोट का है।