गुजरात में शुरू हो रहा चीनी कंपनियों का दबदबा, यहां Great Wall Motors करेगी 7000 करोड़ का निवेश
गांधीनगर। एक ओर चीन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को खुलकर सपोर्ट कर रहा है, वहीं दूसरी ओर चीनी कंपनियां भारत में दिलचस्पी दिखा रही हैं। गुजरात में चीन की 10 से ज्यादा कंपनियों ने निवेश का फैसला लिया है। इन कंपनियों में चीनी ऑटोमोबाइल कंपनी 'द ग्रेट वॉल मोटर्स कंपनी लिमिटेड' 7 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने को तैयार है। इस कंपनी के साथ इलेक्ट्रिक और पारंपरिक ईंधन वाहन विनिर्माण संयंत्र स्थापित किया जा सकता है, जो कि संभवत: अहमदाबाद के पास सानंद में स्थापित होगा। सरकार के उद्योग विभाग से जुड़े अधिकारी के मुताबिक, गुजरात वाइब्रेंट समिट में कई कंपनियों से अलग-अलग क्षेत्रों के लिये एमओयू साइन किए गए थे।
गुजरात में चीनी कंपनियों ने 17,000 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया
सोर्सेस के अनुसार, चीनी कंपनियों ने अब तक गुजरात में कम से कम 17,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। ग्रेट वाल मोटर्स की भारत में भी इकाई है, जिसका मुख्यालय गुड़गांव में स्थित है। अब यह कंपनी साणंद में टाटा मोटर्स के पास आ रही है। गुजरात सरकार ने कंपनी को जमीन आवंटन करने का फैसला किया है और जमीन देने के लिये साणंद इलाका पसंद किया है।
अहमदाबाद के पास साणंद में खुलेगा प्लांट
द ग्रेट वॉल मोटर्स कंपनी लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने पिछले हफ्ते राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की। हालांकि, हालोल स्थित कार निर्माण संयंत्र में गुजरात में पहले से ही एक अन्य चीनी ऑटो प्रमुख, शंघाई ऑटोमोटिव इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन (SAIC) की उपस्थिति है। अब यह नयी कंपनी अहमदाबाद के पास साणंद में अपना इलेक्ट्रिक और पारंपरिक ईंधन वाहन विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने जा रही है।
मोदी के आमंत्रण के चलते चीनी कंपनियों की दिलचस्पी बढ़ी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी कंपनीयों को भारत में निवेश करने के लिये आमंत्रण किया था। जिसके बाद से चीनी कंपनीयों ने गुजरात में ज्यादा दिलचस्पी ली। पिछले तीन वाइब्रेंट समिट से चीनी कंपनियां गुजरात सरकार के साथ एमओयू साइन करती रही हैं। इस प्रकार गुजरात में चीनी कंपनियों का दबदबा शुरू हो रहा है।
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