एपीजे अब्दुल कलाम से जुड़ी 8 बातें, जिसे जानना चाहेंगे आप
आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का निधन हो गया। प्रसिद्ध वैज्ञानिक और अभियंता के रूप में विख्यात रहे कलाम साहब का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था। डॉ. कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति थे, लेकिन इनकी लोकप्रियता अंतिम सांस तक कम नहीं हुई। जब उनके निधन की खबर ट्वीट हुई तो लोगों को विश्वास नहीं हुआ।
युवाओं और बच्चों से इनका संबंध इतना घनिष्ठ था और इनपर कलाम का इतना जबरदस्त प्रभाव था कि एमटीवी ने इन्हें दो बार यूथ ऑइकन के लिए भी नॉमिनेट किया था।
मिसाइल मैन डॉक्टर कलाम को 'पीपुल्स प्रेसिडेंट' भी कहा जाता था। कारण लोगों से इनका निस्वार्थ था। यूं तो डॉक्टर अब्दुल कलाम राजनीतिक क्षेत्र के व्यक्ति नहीं हैं लेकिन राष्ट्रवादी सोच और राष्ट्रपति बनने के बाद भारत के कल्याण संबंधी नीतियों के कारण इन्हें राजनीतिक दृष्टि से सम्पन्न माना जा सकता है।
स्लाइडर में पढ़िए, डॉ. कलाम से जुड़ी कुछ दिलचस्प और जरूरी बातें, जिसे आप जरूर जानना चाहेंगे:
मिसाइल मैन
इन्हें 'मिसाइल मैन' के नाम से भी संबोधित किया जाता है। डॉक्टर अब्दुल कलाम को प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह SLV-3 प्रक्षेरपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल है। डॉक्टर कलाम ने स्वदेशी लक्ष्य भेदी (गाइडेड मिसाइल्स) को डिज़ाइन किया।इस प्रकार भारत भी 'अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब' का सदस्य बन गया।
सुबह 4 बजे उठते हैं
कलाम जब आठ साल के थे, तब से सुबह 4 बजे उठते थे और स्नान करने के बाद गणित पढ़ने चले जाते थे। उनके अध्यापक स्वामीयर की यह विशेषता थी कि जो विद्यार्थी स्नान करके नहीं आता था, वह उसे नहीं पढ़ाते थे। वे कलाम समेत सिर्फ और पाँच विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष नि:शुल्क ट्यूशन पढ़ाते थे। लिहाजा, तभी से डॉक्टर कलाम को सुबह उठने की आदत है।
संगीत से है खासा लगाव
एक इंटरव्यू के दौरान डॉक्टर कलाम ने कहा था कि संगीत और नृत्य एक ऐसा साधन है, जिसके जरिए हम वैश्विक शांति सुनिश्चित कर सकते हैं। कला में पूरे विश्व को साथ लाने की ताकत है। डॉक्टर कलाम को संगीत से खासा लगाव है।
एक यूथ ऑइकन हैं डॉक्टर कलाम
डॉक्टर कलाम युवाओं और बच्चों के बीच खासे लोकप्रिय हैं। यह उनकी लोकप्रियता का ही आलम है कि साल 2003 और 2006 में उन्हें एमटीवी ने बतौर यूथ ऑइकन ऑफ दि ईयर नॉमिनेट किया था। उन्हें युवाओं के साथ समय बिताना काफी पसंद था।
लोगों के राष्ट्रपति
डॉ. कलाम को पीपुल्स प्रेसिडेंट भी कहा जाता है। क्योंकि वे आम लोगों से काफी नजदीकी रिश्ता बनाकर रखते थे। डॉ. विक्रम साराभाई ने डॉक्टर अब्दुल कलाम को एक परामर्शदाता के रूप में गाइड किया था। उन्होंने कलाम को तारों तक पहुंचने की बहुमूल्य सलाह दी थी।
भारत रत्न प्राप्त राष्ट्रपति
डॉ कलाम को वर्ष 1997 में भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया। आपको बता दें, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णण और डॉ जाकिर हुसैन के बाद कलाम ही एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने भारत रत्न मिलने के बाद राष्ट्रपति का पद संभाला। के आर नारायणण के हाथों इन्हें भारत रत्न सम्मान प्राप्त हुआ था।
अखबार बांटा करते थे
देश के पूर्व राष्ट्रपति रह चुके डॉक्टर अब्दुल कलाम बचपन में अखबार भी बांटा करते थे। दरअसल, वे अपने पिता की आर्थिक तौर पर मदद करना चाहते थे, जिसके लिए वे स्कूल से आने के बाद अखबार बांटने निकल जाया करते थे।
किताबें है प्रिय मित्र
डॉक्टर कलाम ने साहित्यिक रूप से भी अपने शोध को चार उत्कृष्ट पुस्तकों में समाहित किया है। उन्होंने एक बार कहा था कि किताबें उनकी प्रिय मित्र हैं। और उनके घर में लाइब्रेरी है, जिसमें हजारों पुस्तकें हैं। वह किताबें उनकी सबसे बड़ी संपदा है।