तस्वीरों में: एडल्ट वेबसाइटों पर बैन तो इन पर क्यों नहीं
नयी दिल्ली। दिल्ली सरकार ने अश्लील वेबसाइटों पर पाबंदी लगाते हुए 857 एडल्ट साइटों पर पाबंदी लगा दी है। एडल्ट साइट नहीं बल्कि हाल के दिनों में ऐसी कई चीजों पर पाबंदी लगाई गई है जिसे भारत के लोगों के लिए सही नहीं समजा जाता है। चाहे वो मैगी हो या फिर बीफ।
भारत में बैन किए जाने वाले प्रोडक्टों की कमी नहीं है। लेकिन की कई चीजें जो अब तक भारत में धड़ल्ले से हो रहे है, ऐसे में सवाल ये कि आखिर ये चीजें कब तक देश में यूं ही चलती रहेगी। आखिर कब उनपर भी बैन लगेगा। आपको ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में बताते जिनपर बैन लगाने के बारे में भी सरकार को जरुर विचार करना चाहिए...
सार्वजनिक जगहों पर पेशाब करना
भारत में धड़ल्ले से लोग सार्वबजिन जगहों पर पेशाब करते हैं। ऐसा करना न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है ब्लकि ये हमारे देश की छवि को भी भूमिल करती है।
हॉनर किलिंग
एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल भारत में 1000 से ज्यादा लोगों की हत्या हॉनर किलिंग के तहत कर दी जाती है। हलांकि भारत में हत्या एक गंभीर अपराध है, लेकिन अपनों की हत्या के लिए कोई निश्चित कानून नहीं है। ऐसे में क्या सरकार कभी हॉरर किलिंग पर पाबंदी लगा पाएगी?
कूड़ा-कचरा फैलना
भारत में सड़कों पर कूड़ा फेंकना आम बात है। लोग धड़ल्ले से कहीं भी कूड़ा कचरा फेंकते हैं। ऐसे में स्वच्छा भारत की छवि भूमिल होती है। क्या सरकार कभी इन पर पाबंदी लगा पाएगी।
स्कूल-कॉलेजों में डोनेशन
भारत में दाखिले के वक्त स्कूल-कॉलेजों में डोनेशन लेना आम बात है। फर्जी एडमिशन रैकेट चलाकर लोगों से एडमिशन के लिए पैसे दिए जाते है। हाल ही में व्यापम घोटाले, दिल्ली यूनिवर्सिटी फर्जी एडमिशन रैकेट जैसे कई घोटाले हुए है। ऐसे में क्या सरकार कभी इन घोटालों पर पाबंदी लगा पाएगी।
बाल विवाह
यूनिसेफ के मुताबित हर साल तकरीबन 720 मिलियन महिलाओं की शादी 18 साल से पहले कर दी जाती है। वहीं भारत में तकरीबन 240 मिलियन महिलाओं की शादी 18 साल से पहले हो जाती है। हलांकि बाल विवाह को रोकने के लिए कई कानून और नियम है, लेकिन अब भी कई जगहों पर खुलेआम बाल विवाह कराया जाता है। क्या सरकार कभी इस पर पाबंदी लगा पाएगी?
बाल मजदूरी
भारतीय कानून के आर्टिकल 24 के मुताबिक देश में बाल मजदूरी अपराध है, लेकिन आप और हम में से कई लोग हर रोज कई छोटू से रोजमर्रा की जिंदगी में मिलते हैं। कबी चा य की दुकान पर तो कभी ट्रैफिक सिग्नल पर। ऐसे में क्या कभी सरकार इन पर पाबंदी लगा पाएगी?
फिल्मों में रेप सीन पर पाबंदी
फिल्मों के जरिए अश्लीलता पर पाबंदी लगाने के लिए सेंशर बोर्ड है, लेकिन फिल्मों में जिस तरह से रेप सीन्स दिखाए जाते है क्या सरकार इन पर पाबंदी लगा पाएगी?
सिगरेट और अल्कोहल
सिगरेट के पैकेज पर साफ-साफ लिखा होता है कि ये आपने लिए खतरनाक है, बावजूद इसके लोग बेरोक-टोक इसका इस्तेमाल करते हैं। हानिकरक होने के बावजूद सरकार खुद इसे बेचने के लिए लाइसेंस और आजादी देती है। वहीं अल्कोहल जो कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी देता है उसे सार्वजनिक जगहों पर बैचने के लिए सरकार खुद परमिशन देती है। ऐसे में क्या इन पर बैन नहीं लगना चाहिए?