'प्यार-व्यार कुछ नहीं होता है, ये सिर्फ...', राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने छात्राओं को दी नसीहत
महिला राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला गुरुवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम में शामिल होने इटावा पहुंची। यहां उन्होंने छात्राओं को नसीहत देते हुए कहा, 'प्यार-व्यार इश्क-विश्क कुछ नहीं होता, ये सिर्फ सेक्स के प्रति आकर्षि
Pratibha Shukla Advice: महिला विकास राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं' के तहत राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम में शामिल होने इटावा पहुंची। इस दौरान मंच से स्कूली छात्राओं को संबोधित करते हुए राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने एक ऐसा बयान दे दिया, जो अब मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल, प्रतिभा शुक्ला ने कहा, 'प्यार-व्यार इश्क-विश्क कुछ नहीं होता, ये सिर्फ इस उम्र में सेक्स के प्रति आकर्षित करना होता है।'
राजयमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने इस दौरान माताओं को भी सचेत करते हुए कहा, 'हर मां को ये ध्यान रखना चाहिए कि इस उम्र में अगर बेटियां ज्यादा सजधज कर निकल रही हैं तो जरूर कहीं गड़बड़ है। उन्हें संभलने की जरूरत है। दरअसल, 19 जनवरी को 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं' कार्यक्रम के तहत राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला इटावा पहुंची। यहां राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा, अभी स्कूली शिक्षा के दौरान अपने लक्ष्य की ओर ध्यान दें। प्यार-व्यार के चक्कर में ना पड़ें।
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उन्होंने छात्राओं को सचेत करते हुए कहा, 'मैं इसको साफ तौर पर कहना चाहती हूं कि सभी स्कूलों में शिक्षकों को चाहिए कि वो इस उम्र में बच्चों को इस बारे में बताएं कि प्यार-व्यार इश्क-विश्क कुछ नहीं होता, ये सिर्फ इस उम्र में सेक्स के प्रति आकर्षित करना होता है। इसको खुले तौर पर सभी स्कूलों में टीचर्स को बच्चों को बता देना चाहिए।' कहा कि लड़कियां और लड़कों दोनों को सुधारने की जरूरत है। जब तक अपने लक्ष्य तक न पहुंचे तब तक इस चक्कर में नहीं पड़ना है। सपना देखना मत छोड़ो।
इस दौरान प्रतिभा शुक्ला ने माता-पिता के सचेत करते हुए कहा कि वो अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें। वहीं बेटियों को चाहिए कि वो अपनी मां को अपना दोस्त समझें और हर बात को बताएं। मां को ये ध्यान रखना चाहिए कि इस उम्र में अगर बेटियां ज्यादा सजधज कर निकल रही हैं तो जरूर कहीं गड़बड़ है। यदि बेटा है और वह अधिक खर्चा कहीं कर रहा है तो वहां भी गड़बड़ है। राज्यमंत्री ने छात्रों को मोबाइल से बचने की सलाह देते हुए कहा कि मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल भी नुकसानदायक होता है।
बच्चियों को अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अपने चरित्र को अच्छा बनाना होगा, प्यार करना है तो अपने लक्ष्य से करो अपने उद्देश्य करो। आज के माहौल में बेटियों को सुरक्षा एवं स्वावलंबन देने की जरुरत है, जिससे वो गलत रास्ते पर न जाएं। माता पिता एवं गुरु बेटियों के सबसे करीब होते है, इसलिए बेटियों को इन तीनों को सम्मान देना चाहिए। कहा कि हमारे मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि हमारी बेटी सुरक्षित रहें। उसी के चलते बच्चियों को संस्कारी बनाना होगा।
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मीडिया से बातचीत करके हुए प्रतिभा शुक्ला ने छात्रों को मोबाइल से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल भी नुकसानदायक होता है, इसलिए छात्राओं को अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अपने चरित्र को अच्छा बनाना होगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि बेटियों को अपने माता-पिता एवं गुरुजनों का सम्मान देना चाहिए।