SAIL: BSP में बोनस पर शुरू हुआ बवाल, 45 हजार की मांग, BMS यूनियन ने प्रदर्शन से बनाई दूरी
दुर्ग, 28 सितम्बर। छत्तीसगढ़ के भिलाई इस्पात संयंत्र में अब कर्मचारियों ने बोनस पर बवाल शुरू कर दिया है। 19 और 24 सितम्बर को सेल व यूनियन कर्मचारियों की बैठक पूरी तरह बेनतीजा रहने के बाद, अब कर्मचारियों ने विरोध का रास्ता चुना है। दीपावली का त्योहार नजदीक है, हर बार भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मचारियों को अपने बोनस का बेसब्री से इंतजार रहता है। लेकिन अपनी मांग के अनुसार बोनस नहीं मिलने से बीएसपी कर्मियों में आक्रोश है। बुधवार को बोरिया गेट पर 8 ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों और कर्मचारियों ने सेल बोर्ड का विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

कर्मचारी यूनियनों ने मांगा 45 हजार बोनस
बीएसपी समेत देश भर के सभी इस्पात संयंत्रो के कर्मचारी यूनियनों की मांग है। कि बीएसपी कर्मिर्यों को 45 हजार रुपए बोनस दिया जाए। शुरू में यह मांग 63 हजार तक थी लेकिन सेल प्रबन्धन के रवैये को देखते हुए प्रतिनिधियों ने 45 हजार की मांग रखी है। कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों ने 19 और 24 सितम्बर की बैठक में 22 हजार बोनस की मांग रखी है। इसके बाद भी यूनियन अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं सेल प्रबंधन ने 10 अक्टूबर को फिर बैठक बुलाई है।

SAIL को हुआ तीन गुना अधिक प्रॉफिट
एचएमएस के एचएस मिश्रा ने बताया कि सेल हर साल की तरह इस बार भी प्रॉफिट में है। पिछले साल सेल ने 21 हजार रुपए बोनस देकर कर्मियों के साथ छलावा किया था। प्रबन्धन ने पिछली बार नए सिस्टम के तहत एक्सग्रेसिया दिए जाने की बात कही गई थी, और इस साल अभी तक प्रबंधन ने सेल के कर्जे का हवाला देकर 22 हजार बोनस देने का प्रस्ताव रखा है। जबकि पिछले वर्ष की तूलना में इस वित्तीय वर्ष में सेल का प्राफिट तीन गुना बढ़ा है।
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इंटक बोला 45 हजार से कम मंजूर नहीं
इंटक यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष रहे संजय साहू का कहना है कि इस वित्तीय वर्ष में SAIL को 12 हजार करोड़ से ज्यादा का प्राफिट हुआ है। पिछली तिमाही में भी सेल को मुनाफा हुआ है। इसलिए हमारी मांग है कि कर्मचारियों को 45 हजार रुपए बोनस दिया जाए। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी ने दिल्ली में आयोजित National Joint Committee for Steel (India) की बैठक में यह प्रस्ताव रखा है। अब तक बोनस को लेकर जितनी भी बैठकें हुई हैं। उनमें किसी प्रकार का हल नहीं निकल पाया है। इधर संयुक्त यूनियनों का कहना है कि सेल लगातार प्रॉफिट कमा रही है। सेल की तुलना में दूसरी कंपनियां अपने कर्मचारियों को ज्यादा बोनस दे रही हैं।
BMS, BWU ने प्रदर्शन से किया किनारा, हो रही किरकिरी
आज Bhilai Steel Plant के बोरिया गेट में हो रहे इस प्रदर्शन में एटक से विनोद सोनी, INTUC से एस के बघेल, CITU से एसपी डे, HMS से प्रमोद मिश्रा, श्रमिक मंच से शेख महमूद, स्टील वर्क्स यूनियन से नंदकिशोर गुप्ता, लोइमु से सुरेंद्र मोहंती सहित सैकड़ों लोग इसका समर्थन करते हुए सड़कों पर उतरे। लेकिन हाल ही में मान्यता प्राप्त BMS यूनियन ने स्वयं को इस विरोध से दूर रखा है। इसके साथ साथ BWU भी इस प्रदर्शन से दूर रहा। सोशल मीडिया में इसकी जमकर आलोचना हो रही है। जबकि चुनाव के दौरान भिलाई मजदूर सभा के नेताओं ने कर्मियों को 50 हजार बोनस दिलाने का वादा किया था।
BMS ने आंदोलन से दूरी का दिया, यह तर्क
बीएमएस के महामंत्री रविशंकर सिंह का कहना है कि यूनियन के नेता कर्मचारियों को गुमराह कर रहें हैं। बोकारो में आकर कहा कि प्रबंधन एडवांस खाते में डालने वाला है, जबकि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। जबकि प्रबंधन ने ऑफर दिया तो भारतीय मजदूर संघ और सीटू ने इसका विरोध किया। अफवाह फैला हुआ है कि डायरेक्टर पर्सनल से वार्ता हुई है। अब 10 अक्टूबर को बैठक होनी है। जिसमें सेल प्रबन्धन से चर्चा की जाएगी।