Chhattisgarh: भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को पड़ी किन्नरों की जरूरत, इन पदों पर होगी भर्ती
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित सेल की ध्वज वाहक इकाई भिलाई संयंत्र को अब किन्नरों की आवश्यकता पड़ रही है। ये सुनकर अजीब लग रहा होगा कि आखिर एशिया से सबसे बड़े स्टील प्लांट मैनेजमेंट को किन्नरों की जरूरत क्यों पड़ी।
दुर्ग, 16 अगस्त। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित सेल (SAIL) की ध्वज वाहक इकाई भिलाई संयंत्र को अब किन्नरों की आवश्यकता पड़ रही है। आपको ये सुनकर अजीब लग रहा होगा कि आखिर एशिया से सबसे बड़े स्टील प्लांट मैनेजमेंट को किन्नरों की जरूरत क्यों पड़ गई। दरअसल भिलाई स्टील प्लांट का इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट स्वयं को मजबूत करने में लगा है। छत्तीसगढ़ पुलिस और देश के कई नगर निगमों की तर्ज पर भिलाई स्टील प्लांट भी किन्नरों की मदद लेने जा रहा है।
इन पदों पर होगी किन्नरों की भर्ती
बीएसपी ( Bhilai Steel Plant) के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट में किन्नरों की भर्ती की जाएगी। तृतीय लिंग समुदाय के भर्ती के बेहतर नतीजे सामने आने के बाद किन्नरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट में दो गार्ड के रूप में पहली तैनाती की तैयारी की जा रही है। इनका उपयोग बीएसपी टाउनशिप में कब्जेदारों को बेदखल करने के दौरान महिलाओं द्वारा होने वाले विवाद से निपटने के लिए इनका सहारा लिया जाएगा। अधिकारियों पर झूठे आरोप लगाने की हरकत को देखते हुए प्रबंधन इस दिशा में ठोस पहल करने जा रहा है।
कर्मचारी यूनियनों ने दिया यह सुझाव
भिलाई स्टील प्लांट के नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ट्रेड यूनियन से भी इस बात पर सुझाव आया है। देश की कई नगर निगमों में किन्नरों की तैनाती की गई है। जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है। इसी को संज्ञान में लेकर बीएसपी भी इस दिशा में विचार कर रहा है। कागजी कवायद शुरू की जाएगी। तोड़ फोड़ दस्ते में गार्ड के रूप में भर्ती के लिए किन्नरों से इस बाबत बातचीत कर ली गई है।
बीएसपी कर रहा अवैध कब्जेदारों पर कार्रवाही
बीएसपी का इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट में व्यवस्था परिवर्तन होने के बाद तेजी से कब्जेदारों पर कार्रवाई हो रही है। हर दिन आधा दर्जन से ज्यादा कब्जेदारों पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों खुर्सीपार और कैंप एरिया, सेक्टर 4, रुआबांधा, रिसाली, सिविक सेंटर में अधिकारियों ने अवैध कब्जे खाली करवाया। इन कार्रवाइयों के दौरान तोड़फोड़ दस्ते पर ही हमले की कोशिश की गई। भीड़ का शिकार होने से अधिकारी कई बार बच चुके हैं। महिलाओं द्वारा हंगामा कर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया जाता है। इससे बचने के लिए किन्नरों की मदद ली जाएगी। सब कुछ सही रहा तो गार्ड के रूप में किन्नर नजर आएंगे।