Bhilai Steel Plant के खेल मैदानों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी, निगम के खिलाफ यूनियनों ने खोला मोर्चा
छत्तीसगढ़ का भिलाई नगर निगम आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। जिसके चलते निगम अपने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, खेल मैदानों को निजी हाथों में देने जा रहा है। जिसमें भिलाई शहर के क्रिकेट स्टेडियम, स्पोर्ट्स कंपलेक्स, बैडमिंटन कोर्ट, लॉन टेनिस ग्राउंड जैसे प्रमुख खेलों के मैदान शामिल है। शहर के लगभग 20 खेल मैदानों को भिलाई नगर निगम निजी हाथों में सौंपने जा रहा है। इनमें भिलाई स्टील प्लांट के टाउनशिप क्षेत्र में स्थित खेल मैदान भी शामिल हैं। लेकिन टेंडर जारी होते ही यूनियन के नेताओ ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।
आर्थिक तंगी की मार झेल रहे दुर्ग जिले का नगर पालिका निगम भिलाई ने खेल मैदान तो तैयार कर दिए। लेकिन वहां कोच और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कर सका, इसके मेंटेनेंस के थी। खंडहर के रूप में पड़े कॉम्प्लेक्स में खिलाड़ियों को प्रेक्टिस करने में कई परेशानियां होती थी। इस पर रोक लगाने के लिए निगम ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से इसके मेंटनेस की योजना बनाई है। इसके लिर टेंडर भिलाई नगर निगम ने निकाल दिया है। टेंडर में दिए गए शर्तो का पालन कर एजेंसी यह काम कर सकती है।
टेंडर के लिए इन नियमों का करना होगा पालन
इस निविदा प्रक्रिया में नियम अनुसार कोच खिलाड़ियों के समूह खेल, से जुड़ी संस्थाएं टेंडर में हिस्सा ले सकती हैं। इसके लिए उन्हें संबंधित खेल के सर्टिफिकेट भी देने होंगे निगम के 5 जोन में लगभग 20 से अधिक खेल मैदान स्थित हैं। जिनके लिए यह निविदा जारी की गई है। इस निविदा के अनुसार खेल मैदान के मेंटेनेंस का खर्च खुद एजेंसी को वहन करना पड़ेगा। इसके बाद में उसे 10 व्यवसायिक होर्डिंग लगाने की अनुमति रहेगी। जिसमें वर्ष भर विज्ञापन लगा सकते हैं । इसके अलावा मैदान का रखरखाव निगम के नियमानुसार करना होगा।
इन
खेल
मैदानों
को
निजी
हाथों
में
सौंपने
की
तैयारी
इस
निविदा
में
नेहरू
नगर
जोन
क्रमांक
एक
में
एक
लॉन
टेनिस
ग्राउंड,
वैशाली
नगर
जोन
2
में
स्पोर्ट्स
कांप्लेक्स
और
हाउसिंग
बोर्ड
क्रिकेट
स्टेडियम
शामिल
है।
इसके
बाद
मदर
टैरेसा
नगर
जोन
3
में
सेक्टर
2
फुटबाल
ग्राउंड,
पंत
स्टेडियम
और
इस्पात
क्लब
समेत
पांच
खेल
मैदान
शामिल
हैं।
शिवाजी
नगर
जोन
4
में
श्रीराम
चौक
ग्राउंड,
पंडित
दीनदयाल
उपाध्याय
स्टेडियम
समेत
तीन
खेल
मैदान
किराए
पर
दिए
जाएंगे,
टाउनशिप
क्षेत्र
के
जोन
क्रमांक
5
में
बैडमिंटन
कोर्ट,
फुटबॉल
,
साइकिल
ग्राउंड,
बैडमिंटन,
क्रिकेट
ग्राउंड,
समेत
कुल
9
खेल
परिसर
और
मैदान
हैं।
जिसमें
इच्छुक
व्यक्ति
9
नवम्बर
तक
फार्म
ले
सकते
है।
16
नवंबर
तक
निविदा
जमा
कर
सकते
हैं।
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निगम
को
जमीन
लीज
पर
देने
की
प्रक्रिया
गलत,
एनजेसीएस
में
गूंजेगा
मुद्दा
बीएसपी
के
क्षेत्र
में
स्पोर्ट्स
ग्राउंड
को
आउट
सोर्स
करने
की
प्रक्रिया
शुरू
होने
पर
बीएसपी
कर्मचारियों
ने
निगम
के
इस
फैसले
पर
सवाल
खड़े
करने
शुरू
कर
दिए
हैं।
की
आखिर
निगम
बीएसपी
के
क्षेत्र
के
खेल
मैदानों
को
कैसे
आउटसोर्स
में
दे
सकता
है।
एनजेसीएस
सदस्य
व
इंटक
के
उप
महासचिव
वंश
बहादुर
सिंह
का
कहना
है
कि
जिस
तरह
बीएसपी
द्वारा
निगम
को
एनओसी
पर
देने
की
परंपरा
गलत
है।
यह
सिर्फ
विकास
के
लिये
दिया
जाता
है।
लेकिन
उसका
व्यवसायीकरण
हो
रहा
है।
यदि
इसे
अभी
रोका
नहीं
गया
तो
आगे
गलत
परिणाम
आएंगे।
बीएसपी
का
अपना
का
खेल
विभाग
है।
खिलाड़ियों
के
मैदान
का
सौदा
किसी
कीमत
पर
नहीं
होना
चाहिए।
अगर,
समय
रहते
बीएसपी
ने
इसे
नहीं
रोका
तो
यूनियन
इसके
खिलाफ
एनजेसीएस
में
मुद्दा
उठाएगी।
बीएसपी
कोच
ने
कहा
निगम
ने
पैसा
कमाने
का
बनाया
जरिया
इस
टेंडर
का
विरोध
करते
हुए
बीएसपी
के
खिलाड़ी
और
कोच
का
कहना
है
कि
जिस
मैदान
और
खिलाड़ियों
को
तैयार
करने
में
उन्होंने
पसीना
बहाया
है।
अब
निगम
उसे
निजी
हाथों
में
देने
जा
रहा
है।
इस
तरह
निगम
अपनी
आय
बढ़ाने
का
रास्ता
ढूंढ
रहा
है
लेकिन
खिलाड़ियों
पर
इसका
बुरा
प्रभाव
पड़ने
वाला
है।
निगम
के
महापौर
और
पार्षद
बीएसपी
के
खेल
मैदानों
को
कमाई
का
जरिया
न
बनाया
जाए।
इस
बात
की
जानकारी
बीएसपी
को
भी
नहीं
है।