दिल्ली: एक महीने में कोरोना की चपेट में आए अस्पताल के 80 कर्मचारी, सर्जन की हुई मौत
नई दिल्ली, 09 मई। कोरोना वायरस के खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ रहे हमारे फ्रंट वॉरियर्स यानी डॉक्टर और मेडिकलकर्मी भी अब महामारी की जकड़ में आने लगे हैं। कोविड के खिलाफ इस जंग में पिछले एक साल में कई डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ अपनी जान गंवा चुका है। महामारी की दूसरी लहर में जहां लाखों की संख्या में लोग कोविड पॉजिटिव हो रहे हैं वहीं, बड़ी संख्या में अस्पताल के कर्मचारी और डॉक्टर भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। बीते 30 दिनों में दिल्ली के अस्पताल में 80 हेल्थ वर्कर्स कोरोना संक्रमित पाए गए।
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एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक महीने दिल्ली के सरोज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में लगभग 80 हेल्थवर्कर और एक सर्जन कोरोना वायरस की चपेट में आया। वहीं कोविड वैक्सीन लगवा चुके 58 वर्षीय सर्जन डॉ. एके रावत ने शनिवार को कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पीके भारद्वाज ने बताया कि 'अप्रैल से मई के बीच लगभग 80 मेडिकल स्टाफ की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉ. रावत कोविड की गंभीर स्थिति का सामना कर रहे थे।
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डॉ पीके भारद्वाज ने कहा, 'उन्होंने (डॉ रावत) काफी बहादुरी से कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा था मैं जल्द ठीक हो जाऊंगा, मैंने वैक्सीन ली है।' यह बुरी खबर ऐसे समय आई है जब कोरोना वायरस के मामले में वृद्धि हो रही है और रोगियों की बढ़ती संख्या से अस्पताल भी बेबस हैं। आपको बदा दें कि ऑक्सीजन की कमी को लेकर अस्पताल दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख कर चुका है, अस्पताल ने अपनी याचिका में ऑक्सीजन की कमी को लेकर सरकार को दिशा-निर्देश देने की मांग की थी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा, 'स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है लेकिन हमेशा चिंता रहती है कि हमें ऑक्सीजन का अगला स्टॉक कब मिलेगा।'