'मैं काम करने के लिए हूं ना कि वो जो कल करना पड़ा', CBI रेड को लेकर केंद्र पर सिसोदिया का तंज
नई दिल्ली, 20 अगस्त: सीबीआई दिल्ली की नई आबकारी नीति और उसमें हुए हेरफेर की जांच कर रही है, जिसके तहत शुक्रवार को कई जगहों पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी के दौरान सीबीआई की एक टीम दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर पहुंची और वहां पर दिनभर तलाशी ली। जांच के दौरान उनकी कार को भी खंगाला गया। इसके बाद शनिवार को सिसोदिया एक कार्यक्रम में पहुंचे और उन्होंने इशारों ही इशारों में छापेमारी को लेकर केंद्र पर तंज कसा।
कार्यक्रम में लोगों से बात करते हुए सिसोदिया ने कहा कि कल (शुक्रवार को) मैं बिन बुलाए, अनचाहे मेहमानों के बीच था, जिनके बीच रहना कोई पसंद नहीं करता। उसके बाद मुझे लगा कि मैं यहां (कार्यक्रम में) आऊं या नहीं आऊं। मुझे लगा कि मैं यह काम करने के लिए हूं ना कि वह जो कल करना पड़ा।
#WATCH | "...Yesterday I was among some unwanted & uninvited guests...This (participating in an event) is what I'm made to do, not what I was being made to do y'day," says Delhi Dy CM & AAP leader Manish Sisodia
His residence was raided by CBI in the Excise policy case yesterday pic.twitter.com/NGhgzetaDb
— ANI (@ANI) August 20, 2022
छापेमारी
के
बाद
कही
थी
ये
बात
वहीं
शुक्रवार
को
जब
14
घंटे
की
छापेमारी
खत्म
हुई
तो
सिसोदिया
ने
कहा
कि
केंद्र
सरकार
और
बीजेपी
सीबीआई
का
गलत
इस्तेमाल
कर
रही
है।
वो
मेरे
घर
आए,
इसके
बाद
मेरा
फोन
और
लैपटॉप
लेकर
चले
गए।
सीबीआई
को
ऊपर
से
कंट्रोल
किया
जा
रहा
है
और
इसके
जरिए
दिल्ली
में
हो
रहे
अच्छे
कामों
को
रोकने
की
कोशिश
हो
रही।
सिसोदिया
के
मुताबिक
उन्होंने
कोई
भ्रष्टाचार
और
गलत
काम
नहीं
किया
है,
जिस
वजह
से
वो
डरने
वाले
नहीं
हैं।
उन्होंने
और
उनके
परिवार
ने
जांच
टीम
का
पूरा
सहयोग
किया।
डिप्टी
सीएम
ने
केंद्र
को
चेतावनी
देते
हुए
कहा
कि
वो
सीबीआई
का
जितना
चाहें
दुरुपयोग
कर
लें,
लेकिन
मेरा
कुछ
नहीं
बिगाड़
सकते
हैं।
FIR
में
15
का
नाम
आपको
बता
दें
कि
सीबीआई
ने
अपनी
एफआईआर
में
सिसोदिया
समेत
15
लोगों
को
आरोपी
बनाया
है।
FIR
कॉपी
से
पता
चलता
है
कि
अमित
अरोड़ा,
दिनेश
अरोड़ा
और
अरुण
पांडे
शराब
व्यापारियों
से
कमीशन
लिया
करते
थे।
इसके
बाद
ठेके
का
आवंटन
होता
था।
वहीं
बीजेपी
ने
तो
यहां
तक
आरोप
लगाया
कि
सिसोदिया
अपने
दोस्त
के
पब
जाते
थे,
वहां
पर
वो
कमीशन
का
हिसाब
लेते
थे।