शैलजा मर्डर के सबूत मिटाने के लिए किए ये 5 काम, इससे पता चलता है कितना शातिर है मेजर हांडा
दिल्ली। कैंट मेट्रो स्टेशन के पास दिनदहाड़े सड़क पर एक महिला की कार से रौंदी हुई लाश मिली तो उस वक्त पुलिस को भी पता नहीं था कि यह इतना बड़ा हाईप्रोफाइल कत्ल का मामला बन जाएगा। मेजर निखिल हांडा के सिर पर चढ़े इश्क के जुनून ने उसके हाथों ब्यूटी पिजेंट में फाइनलिस्ट रह चुकी दूसरे मेजर की बीवी का कत्ल करा दिया। लेकिन ऐसा नहीं था कि भावनाओं में बहकर गुस्से में मेजर ने इस वारदात को अंजाम दिया, वह तो इसके लिए बकायदा पूरी प्लानिंग के साथ आया था। 23 जून को हॉस्पिटल के बाहर से 10.30 बजे शैलजा को कार में बैठाकर ले जाने वाला हांडा अपने साथ स्विस नाइफ लाया था। हांडा ने मर्डर के ठीक बाद सबूत मिटाने के लिए उसने जो-जो किया, उससे पता चलता है कि वो कितना कोल्ड ब्लडेड और शातिर है।
1. कार से शैलजा को बार-बार रौंदा ताकि कत्ल हादसा लगे
शैलजा का कत्ल कार में हुआ था। हांडा ने स्विस नाइफ से उसका गला काट दिया था। इसके बाद हांडा ने कैंट मेट्रो स्टेशन के पास सुनसान रोड पर झटके से शैलजा को बाहर फेंक दिया और होंडा सिटी कार से उसे कई बार रौंदा ताकि पुलिस को लगे कि यह कत्ल नहीं हादसा है। शैलजा के शरीर पर जुर्म से हर निशान को मिटाने के लिए उसने ऐसा किया ताकि उसका शव क्षत-विक्षत हो जाए और पोस्टमॉर्टम में कुछ न निकले। सबूत मिटाने की हांडा की यह पहली कोशिश फेल हो गई क्योंकि पोस्टमॉर्टम में गले पर चले चाकू के निशान दिख गए और पता चला गया कि हादसा नहीं, कत्ल था।
2. खून से सनी कार को धुलवाया
घटनास्थल से कार लेकर हांडा जब घर गया तो टायर में लगे खून को दिखाकर बीवी से कहने लगा कि कार के नीचे जानवर आ गया था इसलिए कार को धुलवाना पड़ेगा। उसने पूरी कार धुलवाई ताकि उसमें पुलिस को शैलजा का खून क्या, और कुछ भी न मिले। सबूत मिटाने की हांडा की यह कोशिश भी असफल रही क्योंकि पुलिस ने जब कार की बारीकी से जांच की तो उसमें शैलजा के खून और बाल के टुकड़े, दोनों मिल गए।
3. रास्ते में उसने कपड़े जला दिए
शैलजा के कत्ल के दौरान मेजर हांडा के कपड़े खून से सन गए थे। इस बड़े सबूत को मिटाने के लिए हांडा ने उन कपड़ों को रास्ते में फेंककर उसमें आग लगा दी। कपड़े जलकर खाक हो गए। हांडा कत्ल का एक और बड़ा सबूत मिटाने में कामयाब तो हुआ लेकिन शैलजा के कॉल डिटेल्स और हॉस्पिटल के सीसीटीवी फुटेज जैसे सुरागों को भी अगर वह मिटा पाता तो शायद बच भी जाता लेकिन यह उसके वश के बाहर की बात थी।
4. शैलजा का मोबाइल डाटा डिलीट कर तोड़ा
मेजर हांडा को मालूम था कि मुजरिम को पकड़ने में मोबाइल पुलिस का बहुत का साथ देता है इसलिए उसने कत्ल के बाद शैलजा के मोबाइल का सारा डाटा डिलीट कर दिया और उसे तोड़कर कूड़े के ढेर में फेंक दिया। उसकी सबूत मिटाने की यह कोशिश भी नाकामयाब रही क्योंकि पुलिस को वह टूटा हुआ मोबाइल मिल गया। अब उसके डाटा को रिकवर करने की कोशिश में पुलिस वाट्सएप और गूगल का सहारा लेगी।
5. अपने मोबाइल का सिम फेंका
हांडा ने अपने दोनों मोबाइल में छिपे सबूतों को भी मिटाने की कोशिश की। सबसे पहले उसने मोबाइल के सिम तोड़कर फेंक दिये। उसने अपने मोबाइल का सारा डाटा डिलीट किया। वाट्सएप को अनइंस्टॉल कर दिया। वाट्सएप और गूगल ड्राइव से भी सबकुछ डिलीट कर दिया। पुलिस को हांडा का एक मोबाइल मिल गया है जिसका लोकेशन ट्रेस होने से वह मेरठ से पकड़ा गया था लेकिन अभी तक हांडा का दूसरा मोबाइल, शैलजा का पर्स और छाता, वारदात में इस्तेमाल की गई स्विस छुरी की बरामदगी नहीं हो सकी है।
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