दिल्ली न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

गाजीपुर बॉर्डर खाली करने की खबर को किसान यूनियन ने बताया अफवाह

Google Oneindia News

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर: कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 10 महीने से किसान गाजीपुर बॉर्ड समेत दिल्ली के बॉर्डर्स पर धरना दे रहे हैं। इसी बीच गुरुवार को मीडिया में ऐसी खबरें सामने आई कि, किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर खाली करना शुरू कर दिया है। अब मामले पर भारतीय किसान यूनियन का बयान सामने आया है। किसान यूनियन ने ट्वीट कर लिखा कि, यह पूर्णतया निराधार है ,हम यह दिखा रहे है कि रास्ता किसानों ने नहीं दिल्ली पुलिस ने बन्द किया है।

farmers ghazipur border news Bhartiya kisan Union

भारतीय किसान यूनियन ने ट्वीट कर कहा कि, किसानों भाइयों यह अफवाह फैलाई जा रही हैं कि गाज़ीपुर बॉर्डर खाली किया जा रहा है। यह पूर्णतया निराधार है ,हम यह दिखा रहे है कि रास्ता किसानों ने नहीं दिल्ली पुलिस ने बन्द किया है। इसके साथ ही किसान यूनियन ने कई न्यूज बेवसाइट और चैनलों को अपने इस ट्वीट में टैग किया है।

farmers ghazipur border news Bhartiya kisan Union

इससे पहले कई तस्वीरें सामने आई थीं जिसमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत बैरिकेडिंग हटाने के इस काम में खुद लगे हुए दिखे थे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब हम दिल्ली जाएंगे और बताएंगे कि रास्ता खुला हुआ है। उन्होंने यह पूछने पर कि दिल्ली में कहां जाएंगे के सवाल पर बताया कि पार्लियामेंट जाएंगे जहां पर कानून बनता है। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने दिल्ली आने वाला रास्ता बंद किया हुआ है।

सुप्रीम कोर्ट के सख्त रूख के बाद महीनों से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर बैठे किसानों ने सर्विस रोड से बनाई अपनी झोपड़ी हटा दी है। कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस इसे हटाने पहुंची थी। किसान नेता राकेश टिकैत ने नेशनल हाईवे 24 के दिल्ली-गाजीपुर मुर्गा मंडी की तरफ जाने वाली सर्विस लेन को खुद खुलवाया है। सबसे पहले किसानों ने इसी रास्ते को रोका था। जनता की सहूलियत के लिहाज से सर्विस लेन खोलने का फैसला किया गया है।

100 करोड़ टीकाकरण का ऐतिहासिक लक्ष्य हासिल करने पर WHO ने दी भारत को बधाई100 करोड़ टीकाकरण का ऐतिहासिक लक्ष्य हासिल करने पर WHO ने दी भारत को बधाई

किसानों के विरोध-प्रदर्शन के चलते हाई-वे जाम करने के खिलाफ दायर याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एम एम सुंदरेश की बेंच ने मामले की सुनवाई की। इस दौरान किसानों की ओर से कोर्ट से अनुरोध किया गया कि मामले की सुनवाई दो हफ्ते बाद हो। किसानों की तरफ से वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे पैरवी कर रहे थे, जबकि सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता थे।

Comments
English summary
farmers ghazipur border news Bhartiya kisan Union
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X