दिल्ली: नगर निगम का स्कूलों को आदेश, अकेली लड़की को ना भेजें टॉयलेट
नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने प्राइमरी स्कूलों को कहा है कि टीचर लड़कियों को अकेले टॉयलेट ना भेजें, बल्कि कम से कम दो लड़कियो को साथ में शौचालय जाने के लिए कहें। गुरुवार को नगर निगम ने ये नया सर्कुलर जारी किया है। गुरुग्राम में सात साल के बच्चे की टॉयलेट में हत्या के बाद छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुए ये फैसला किया गया है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की मेयर प्रीति अग्रवाल ने कहा है कि हमने सभी स्कूलों के प्रिंसिपल से कम से कम दो लड़कियों को साथ शौचालय जाने की अनुमति देने को कहा है, जिससे कि किसी अप्रिय स्थिति में दूसरी लड़की स्कूल प्रशासन को आगाह कर सके। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल के बच्चे काफी छोटे होते हैं और सुरक्षा के लिहाज से उनका साथ में शौचालय जाना ही बेहतर रहेगा। इसके साथ-साथ बच्चों और स्टाफ के टॉयलेट अलग हों, ये भी सुनिश्चित करने को कहा गया है।
इस
फैसला
का
स्कूलों
ने
स्वागत
किया
है
लेकिन
साथ
ही
कहा
है
कि
सिर्फ
लड़कियों
के
लिए
ना
होकर
अगर
छात्रों
के
लिए
भी
ये
फैसला
लिया
जाता
तो
और
बेहतर
होता।
स्कूल
एक्शन
कमेटी
के
अध्यक्ष
एसके
भट्टाचार्य
ने
कहा
कि
इस
तरह
के
एहतियाती
कदम
कुछ
प्राइवेट
स्कूल
पहले
से
ही
उठा
रहे
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
सुरक्षा
के
मामले
में
लड़के-लड़की
का
भेद
ना
होकर
सभी
के
लिए
कदम
उठाए
जाने
चाहिएं।
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Ryan
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