आई एम इलेक्टिड चीफ मिनिस्टर ऑफ डेल्ही, नॉट ए टेरेरिस्ट: केजरीवाल
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। बुधवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के गेस्ट टीचर को स्थायी करने को लेकर पेश हुए बिल पर कहा कि एलजी को इस पर अपनी सहमति देनी चाहिए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार से टीचरों को स्ठायी करने वाली फाइलों को ऐसे छुपाया जा रहा है, जैसे वो आतंकी हों। उन्होंने कहा कि वो दिल्ली के चुने हुए सीएम हैं ना कि कोई आतंकी। गेस्ट टीचर्स पर बिल को लेकर बुधवार को दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया।
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि हम गेस्ट टीचर्स को स्थायी करना चाहते हैं और उपराज्यपाल को इस पर अडंगा नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर एलजी इस पर अपनी अनुमति देते हैं तो वो कह रहे हैं कि सब टीचर भाजपा को ही वोट दे दें। केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने जिस तरह से दिल्ली के स्कूलों में काम किया है उसकी तारीफ विदेशों में हो रही है। दिल्ली सरकार के मुहल्ला क्लीनिक पर रिसर्च करने विदेश से लोग आ रहे हैं लेकिन केंद्र की सरकार का ध्यान सिर्फ और सिर्फ हमें परेशान करने पर है।
दिल्ली सरकार ने बीते हफ्ते 15 हजार गेस्ट टीचर्स को स्थायी करने का ऐलान किया था। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि उनकी सरकार दिल्ली के गेस्ट टीचर्स को स्थायी करने जा रही है। इस बाबत दिल्ली कैबिनेट ने बिल तैयार किया है। इस बिल को विधानसभा में पास कराने के लिए आज (चार अक्टूबर) को विशेष सत्र बुलाया गया।
दिल्ली में करीब 15 हजार गेस्ट टीचर्स हैं। परमानेंट करने की मांग को लेकर ये लंबे समय से प्रदर्शन करते रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने सभी गेस्ट टीचर्स को परमानेंट करने का वादा अपने चुनावी अभियान के दौरान भी किया था। हाल ही में गेस्ट टीचर एसोसिएशन ने उपराज्यपाल के घर के सामने प्रदर्शन किया था। उस समय दिल्ली सरकार ने अपना रुख साफ करते हुए कहा था कि केजरीवाल सरकार गेस्ट टीचर्स के साथ है।
15 हजार शिक्षकों को अरविंद केजरीवाल का 'दशहरा गिफ्ट'