SECL : आदिवासियों का फर्जी गोद पुत्र बनकर पाई नौकरी, 5 Coal कर्मियों को प्रबंधन ने नौकरी से निकाला
छत्तीसगढ़ में फर्जी तरीके से अनुसूचित जाति के दस्तावेज तैयार कर नौकरी करने वाले कोल कर्मियों को साउथ ईस्ट कोल्ड लिमिटेड प्रबंधन ने बर्खास्त कर दिया है। अनुसूचित जनजाति वर्ग की जमीन खरीद फर्जी तरीके से उनके गोद पुत्र बनकर कई सालों से SECL में नौकरी कर रहे 5 कोल कर्मियों को SECL बिश्रामपुर प्रबंधन ने जांच की कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया है। दीपावली के दौरान इस कार्रवाई से SECL के उन कर्मचारियों में हड़कम्प है जिन्होंने इस तरह से दस्तावेज तैयार किये हैं।
25
सालों
से
कर
रहें
है
नौकरी,
अब
हुए
बर्खास्त
जिन
5
लोगों
को
अभी
सेवा
से
बर्खास्त
किया
गया
है
वे
सभी
सन
1994-95
से
कंपनी
में
नौकरी
कर
रहे
थे।
इस
तरह
आदिवासियों
की
जमीन
खरीद
कर
फर्जी
दस्तावेज
तैयार
करने
वालों
में
रेहान
खदान
के
शूट
ऑपरेटर,
राधेश्याम
गायत्री
खदान
के
इलेक्ट्रिकल
ऑपरेटर
राजाराम,
इलेक्ट्रिकल
ऑपरेटर
श्रवण
कुमार,
कुमदा
7-8
खदान
के
पंप
ऑपरेटर
रामविलास,
कुमदा
के
ही
ब्लास्टिंग
क्रूमैन
विजेंद्र
नाथ
का
नाम
शामिल
है।
इस
तरह
लंबित
रहा
मामला
,
यूनियनों
का
लिया
सहारा
जानकारी
के
अनुसार
दर्जन
भर
से
अधिक
ऐसे
फर्जी
नौकरी
करने
वालों
की
शिकायत
कंपनी
के
समक्ष
14
साल
पहले
गोपनीय
रूप
से
हुई
थी।
जिस
पर
कंपनी
ने
जांच
की।
इस
जांच
में
मामला
सही
पाया
जाने
पर
उन
सभी
कर्मचारियों
पर
कार्रवाई
शुरु
की
गई।
लेकिन
कार्रवाई
से
बचने
के
लिए
मामले
को
उच्च
न्यायालय
में
चैलेंज
किया
गया।
यहां
भी
हाईकोर्ट
से
राहत
नहीं
मिलने
के
बाद
कर्मचारियों
ने
लोगों
ने
BMS
यूनियन
के
माध्यम
से
प्रकरण
को
रीजनल
लेबर
कमिश्नर
के
पास
सुनवाई
के
लिए
प्रस्तुत
किया।
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हाईकोर्ट
ने
दिया
आदेश
,
कर्मचरियों
में
मचा
हड़कंप
रिजनल
लेबर
कमिश्नर
के
पास
मामला
लंबे
समय
तक
केस
लंबित
रहने
के
खिलाफ
कोल
वायसरी
प्रबंधन
ने
उच्च
न्यायालय
का
रुख
किया।
पिछले
दिनों
उच्च
न्यायालय
के
आदेश
के
बाद
प्रबंध
ने
5
कर्मियों
को
कंपनी
की
सेवा
से
बर्खास्त
करने
का
आदेश
जारी
कर
दिया
है।
दीपावली
से
ठीक
पहले
क्षेत्रीय
प्रबंधक
द्वारा
बर्खास्तगी
आदेश
जारी
करने
से
हड़कंप
मच
गया
है।
राज्य
सरकार
ने
भी
ऐसे
लोगों
पर
कार्रवाई
के
दिये
थे
निर्देश
बता
दें
कि
SECL
बिश्रामपुर
भटगांव
क्षेत्र
के
ऐसे
सैकड़ों
मामले
हैं।
जिनमें
कूट
रचित
दस्तावेजों
के
जरिए
अनुसुचित
जाति
जनजाति
वर्ग
की
जमीन
सहित
फर्जी
तरीके
से
वसीयतनामा
तैयार
कर
अथवा
गोद
पुत्र
बनकर
कंपनी
में
नौकरी
कर
रहे
हैं
कई
बार
ऐसे
मामले
में
राज्य
सरकार
द्वारा
जांच
के
आदेश
देकर
फर्जी
लोगों
को
सेवा
से
बर्खास्त
करने
प्रबंधन
को
निर्देशित
किया
है।
लेकिन
SECL
प्रबंधन
यूनियन
नेताओं
के
दबाव
के
चलते
ऐसे
मामलों
में
हाथ
डालने
से
बचता
रहा
है।