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छत्तीसगढ़: आंगनबाड़ी केंद्र में हुई बड़ी लापरवाही, मिड-डे मील खाने के बाद 11 आदिवासी बच्चे हुए बीमार !

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में मिड डे मील का खाना दिए जाने के मामले बड़ी लापरवाही उजागर हुई है,जहां ख़राब खाने की वजह से 11 आदिवासी बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए हैं।

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जशपुर, 08 जून। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में मिड डे मील का खाना दिए जाने के मामले बड़ी लापरवाही उजागर हुई है,जहां ख़राब खाने की वजह से 11 आदिवासी बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक मध्याहन भोजन खाने खाकर मंगलवार देर रात को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद कई बच्चे बेहोश हो गए थे, जिसके बाद सभी बच्चों को बगीचा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में आंगनबाड़ी केंद्र में हुई लापरवाही का खमियाजा 11 मासूम बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। इन सभी बच्चो दूषित भोजन की वजह से अस्पताल में इलाज करवाना पड़ रहा है। बच्चों के परिजनों का कहना है कि मंगलवार को सभी बच्चों ने आंगनबाड़ी केंद्र से मिले मिड-डे मील का खाना खाया था। वहीं अधिकारियों का कहना है कि बच्चो को फ़ूड प्वाइजनिंग मिड डे मील के कारण नहीं बाकि किसी सामाजिक समारोह में दूषित मिठाई खाने की वजह से हुई हैं।

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मिली जानकारी के मंगलवार दोपहर मुताबिक बगीचा विकासखण्ड के आश्रित ग्राम नवापारा में 11 पहाड़ी कोरवा बच्चों को उल्टी दस्त होने उलटी-दस्त लगी। बच्चों की हालत इस कदर बिगड़ी कि वह बेहोशी की हालत में पहुंच गए। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मामले की जानकारी कलेक्टर रितेश अग्रवाल तक पहुंचाई,जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर तत्काल एक मेडिकल टीम एसडीएम , तहसीलदार,सीईओ और बीएमओ के साथ गांव पहुंच गई।

बच्चों की हालत को देखते हुए उन्हें तत्काल एंबुलेंस से बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया ,जहां इलाज के बाद सभी खतरे से बाहर बताये जा रहे हैं। इधर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में रहकर बाकी बच्चों की जांच कर रही है। बहरहाल एक साथ बड़ी संख्या आदिवासी बच्चों की तबीयत खराब होने के कारन प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बहरहाल जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।
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बच्चों के परिजनों का कहना है कि मंगलवार की दोपहर को सभी बच्चों ने आंगनबाड़ी केंद्र से मिलने वाला रेडी-टू ईट भोजन खाया था। जिसके कारण ही उनकी तबीयत बिगड़ी थी । वहीं दूसरी तरफ जनपद पंचायत सीईओ विनोद सिंह का कहना है कि मंगलवार को नवागांव में चल रहे सामाजिक समारोह में दूषित मिठाई बांटी गई थी,जिसके चलते बच्चों की तबीयत बिगड़ गई है। उन्होंने बताया कि प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा हैं कि मिठाई कहां से आई थी, साथ ही यह पता लगाया जा रहा है कि उसे किस दुकान से खरीदा गया था।
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बिलासपुर में भी सामने आ चुका है मामला बिलासपुर में भी सामने आ चुका है मामला

जशपुर की घटना से पहले बिलासपुर जिले में भी विषाक्त भोजन खाने से ग्रामीणों के बीमार पढ़ने की घटना घटी है। मिली जानकारी के मुताबिक बिलासपुर के देवकिरारी गांव में पानीपुरी और चाट खाने से बड़ी संख्या में ग्रामीणों के बीमार हो गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बीमार ग्रामीणों की संख्या 40 से अधिक है। प्रशासन की टीम ने देवकिरारी गांव में हेल्थ कैंप लगाकर ग्रामीणों की जांच की,तो 15 नए मरीज सामने आये हैं। इन सभी लोगों को उल्टी-दस्त के साथ बुखार और सिरदर्द की समस्या है। बहरहाल स्वास्थ्य अमला अब यहां घर-घर सर्वे कर रहा है और बीमार मरीजों को आवश्यक दवाइयां दी जा यही हैं।

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English summary
Chhattisgarh: Big negligence in Anganwadi center, 11 tribal children fell ill after eating mid-day meal
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