कौन है IAS Isha Duhan, जिन्होंने चंदौली में घटिया निर्माण देख अधिकारियों को लगाई फटकार
IAS Isha Duhan: चंदौली (chanduali) जिले के आईएएस अधिकारी ईशा दुहन (IAS Isha Duhan) अपने सख्त तेवरों के लिए जानी जाती हैं। हाल ही में आईएएस ईशा दुहन चकिया तहसील के फिरोजपुर गांव स्थित निर्माणाधीन आईटीआई कालेज का औचक निरीक्षण करने पहुंची। इस दौरान उनका बिल्डिंग निर्माण कार्य में घटिया सामग्री देखकर पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। इस दौरान ईशा दुहन ने वहां मौजूद संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई। आइए जानते हैं कौन है आईएएस ईशा दुहन।

कौन है आईएएस ईशा दुहन
ईशा दुहन मूल रूप से हरियाण के पंचकूला की रहने वाली है, उनके पिता ईश्वर सिंह दुहन आईटीबीपी में डीआईजी पद पर तैनात थे। बता दें कि आठवीं क्लास से ही ईशा दुहन ने आईएएस बनाना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने ग्रेजुएशन फाइनल ईयर में यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करने के लिए तैयारी शुरू कर दी थी। बता दें कि ईशा दुहन बायोटेक्नोलॉजी में ग्रेजुएट हैं। वह यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए सुबह 5:30 बजे से क्लास अटेंड करती थीं, जिसके बाद वह यूनिवर्सिटी पढ़ने जाती थीं।

इन पदों पर रह चुकी है आईएएस ईशा दुहन
ईशा दुहन की गिनती तेज तर्रार आईएएस अधिकारियों में होती है। ईशा दुहन 2014 बैच की आईएएस अधिकारी है और जिलाधिकारी के रूम में यह उनकी पहली पोस्टिंग है। इससे पहले ईशा दुहन असि. मजिस्ट्रेट के पद पर मेरठ, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर वाराणसी, मुख्य विकास अधिकारी के पद पर बुलंदशहर और मेरठ में कार्य कर चुकी हैं। इतना ही नहीं, ईशा दुहन फरवरी 2021 से वाराणसी विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष रहीं।

घटिया निर्माण देख बोलीं ईशा दुहन, 'मैं किसी को छोडूंगी नहीं'
आईएएस ईशा दुहन ने बुधवार को आईटीआई (ITI) कालेज की बिल्डिंग का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान घटिया निर्माण सामग्री को देखकर वो गुस्से से लाल हो गई। ईशा ने वहां रखी ईटों को उठाकर उनकी गुणवत्ता देखी, जो बेहद खराब थी। जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे कोई थर्ड क्वालिटी की चीज का इस्तेमाल होते हुए यहां मिला तो मैं आपके और आपके कांट्रक्टर पर एक्शन लूंगी। साथ ही उन्होंने अधिकारियों का कहा कि सभी सामग्री का सैंपल लीजिए और उसकी टेस्टिंग कराइए।
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गोवंश आश्रम का भी लिया जायजा
ईशा दुहन फिरोजपुर गांव के गोवंश आश्रय स्थल पहुंची और पशुओं के रखरखाव के साथ-साथ उनकी स्थिति का भी जायजा लिया। पशुओं के चारे पानी की समुचित व्यवस्था न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी को फटकार लगाई। कहा शासन की मंशा के अनुरूप गोवंश आश्रय स्थलों पर समुचित व्यवस्था सुनश्चिति नहीं की गई तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।