भारत के सिर्फ एक फीसदी अमीर लोगों के पास है देश की 58 फीसदी से ज्यादा की सम्पत्ति
रिपोर्ट के मुताबिक भारत के सबसे अमीर एक फीसदी लोगों के पास देश की 58.4 फीसदी सम्पत्ति है। उनकी ये सम्पत्ति लगातार बढ़ती जा रही है।
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने कहा था कि उनकी सरकार गरीबों की सरकार है, लेकिन क्या वाकई ऐसा है? ये सवाल इसलिए क्योंकि एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के सबसे अमीर एक फीसदी लोगों के पास देश की 58.4 फीसदी सम्पत्ति है।
संस्था क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी की रिपोर्ट में खुलासा
भारत में अमीरों और गरीबों के बीच की खाई कितनी गहरी है ये एक रिपोर्ट में सामने आया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत के सबसे अमीर एक फीसदी लोगों के पास देश की 58.4 फीसदी सम्पत्ति है। उनकी ये सम्पत्ति लगातार बढ़ती जा रही है।
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दुनियाभर में सम्पत्ति को लेकर आंकड़ा एकत्र करने वाली संस्था क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी के मुताबिक भारत में महज एक फीसदी सबसे अमीर लोगों के पास देश की 58.4 फीसदी सम्पत्ति है। पिछले साल ये आंकड़ा 53 फीसदी था जो इस बार और बढ़ गया है।
क्रेडिट सुईस ग्रुप एजी एक वित्तीय सर्विस कंपनी है जिसका मुख्य ज्यूरिख में है। ये संस्था 2010 से हर साल सम्पत्ति को लेकर रिपोर्ट जारी करती है।
2015 में एक फीसदी अमीरों की सम्पत्ति थी 53 फीसदी
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल सबसे अमीर एक फीसदी लोगों की सम्पत्ति 53 फीसदी पर थी, जो अभी बढ़कर 58.4 फीसदी पर पहुंच गया है। 2014 में इन एक फीसदी सबसे अमीर लोगों की सम्पत्ति 49 फीसदी थी।
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इन आंकड़ों के सामने आने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या मोदी सरकार में भी अमीर लोग ही सबसे अमीर हो रहे हैं? कम से कम आंकड़ें तो यही कहानी बयां कर रहे हैं।
2010 में देश के सबसे अमीर एक फीसदी लोगों की सम्पत्ति 40 फीसदी थी जो 2014 में 49 फीसदी पहुंची थी। ये 2016 में और बढ़ गई है।
अमीरों की सम्पत्ति में वृद्धि काफी तेज
इस बार जो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक अमीरों की सम्पत्ति में वृद्धि की दर में तेजी देखी गई है। इसमें चौंकाने वाली बात ये है कि टॉप 10 फीसदी लोगों की बात करें तो 2010 में उनकी सम्पत्ति 68.8 फीसदी के मुकाबले 2016 में 80.7 फीसदी पहुंच गई है।
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वहीं नीचे के 50 फीसदी भारतीय लोगों की सम्पत्ति देखें तो आंकड़ा 2.1 फीसदी ही ठहरता है। यानी उनके पास देश की सम्पत्ति का महज 2.1 फीसदी हिस्सा है।