Sukanya Samriddhi Scheme 2020: सुकन्या समृद्धि योजना में हुए ये 5 बड़े बदलाव, अगर आपने भी ली है तो जरूर जाने
Sukanya Samriddhi Scheme 2020: सुकन्या समृद्धि योजना में हुए ये 5 बड़े बदलाव, अगर आपने भी ली है तो जरूर जानें...
नई दिल्ली। Sukanya Samriddhi Scheme 2020. अगर आपने अपनी बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना ली है तो आपके लिए यह जरूरी खबर है। सरकार ने इस योजना से जुड़े कई अहम बदलाव किए हैं। ऐसे में अगर आपने भी अपनी बेटी के लिए ये योजना ली है तो आपको इस स्कीम से जुड़े हुए बदलावों के बारे में जरूर जानना चाहिए। आज हम आपको सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Scheme 2020) में हुए उन पांच बदलावों के बारे में बता रहे हैं.....
सुकन्या समृद्धि योजना में बदलाव: डिफॉल्ट अकाउंट पर मिलेगा ब्याज
मोदी सरकार ने बेटियों के लिए एक बेहतरीन स्कीम पेश की। इस स्कीम में सरकार ने कुछ नियमों को हटाया है तो कुछ नए नियम जोड़े गए हैं। ऐसे में अगर आपके पास ये स्कीम है तो आपको इन बदलावों की जानकारी जरूर होनी चाहिए। स्कीम में किए गए पहले बदलाव के तौर पर अब हर साल कम से कम 250 रुपए जमा करना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो आपका खाता डिफॉल्ट अकाउंट में चला जाएगा। सरकार ने अब डिफॉल्ट अकाउंट के नियम में बदलाव करते हुए कहा है कि डिफॉल्ट अकाउंट पर भी लागू दर से ब्याज मिलता रहेगा।
समय से पहले खाता बंद करने का विकल्प
स्कीम में एक और बड़ा बदलाव किया गया है। नए नियमों के मुताबिक अगर आप समय से पहले अपना खाता बंद करवाते हैं तो कर सकते हैं। स्कीम के पुराने नियमों के अनुसार पहले खाता सिर्फ दो स्थितियों में समय से पहले बंद करवाया जा सकता था, पहली स्थिति में जिनके नाम से आपने खाता लिया है और दूसरा उसके रहने का पता बदलने की स्थिति में आप खाता बंद कर सकते थे।
दो बेटियों के नाम पर खुलवा सकते हैं खाता
सरकार ने एक और बदलाव करते हुए नया नियम जोड़ा है। जिसके मुताबिक अगर आप दो से ज्यादा बेटियों के लिए ये काता खउलवाना चाहते हैं तो आपको जन्म प्रमाणपत्र के साथ-साथ एफिडेविट भी जमा करना होगा। जबकि पहले सिर्फ पेरेंट्स के मेडिकल सर्टिफिकेट से काम हो जाता था।
18 साल की उम्र तक नहीं मिलेगी मंजूरी
इस स्कीम से जुड़े एक और नियम में बदलाव किया गया है, जिसके मुताबिक बेटी जब तक 18 साल की नहीं हो जाती है तब तक उसे अपने खाते को ऑपरेट करने की मंजूरी नहीं मिलेगी। जबकि पुराने नियम के मुताबिक 10 साल के बाद उसे इसकी अनुमति मिल जाती थी। वहीं एक और बदलाव किया गया है, जिसके मुताबिक आपके खाते में ब्याज वित्तीय वर्ष के आखिरी में क्रेडिट किया जाएगा।