ओमिक्रोन का दिखा असर, IMF ने घटाया भारत के विकास दर का अनुमान, 9% ग्रोथ रेट रहने की उम्मीद
ओमिक्रोन का दिखा असर, IMF ने घटाया भारत के विकास दर का अनुमान, 9% ग्रोथ रेट रहने की उम्मीद
नई दिल्ली, 25 जनवरी। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत के विकास दर के अनुमान को घटा दिया है। आईएमएफ ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए भारत के विकास दर के अमुमान को घटा दिया है और इसके 9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए आईएमएफ ने देश का विकास दर के 9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आपको बता दें कि इससे पहले आईएमएफ ने पिछले साल अक्टूबर में वित्तीय वर्ष 2021-22 में भारत की जीडीपी 9.5 फीसदी रहने का अमुमान जताया था।
देश पर फिर से मंडाराए कोरोना महामारी और ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के कारण देश की विकास दर पर असर पड़ा है। आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने इस बारे में बताया कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर के साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था और अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन के कारण कई देशों ने अपने यहां आवाजाही पर अंकुश लगा रखी है, जिसके कारण श्रमबल का संकट पैदा हो गया है और जिसका असर अर्थव्यवस्था और विकास दर पर देखने को मिल रहा है।
विश्व के 190 देशों के लिए आर्थिक सुविधा प्रदान करान करने वाली संस्था आईएमएफ ने कहा कि साल 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 4.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी। हालांकि ये पूर्व अनुमान से कम है। पिछले साल इसके 5.9 फीसदी रहने का अमुमान जताया गया था। जबकि अक्टूबर में इसके 4.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया था। आपको बता दें कि इससे पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने विकास दर 9.5 प्रतिशत कम रहने का अनुमान जताया। वहीं मूडीज ने 9.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। जबकि विश्व बैंक के 8.3 फीसदी और फिच से विकास दर 8.4 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
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