रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से LIC IPO टाल सकती है सरकार, वित्त मंत्रालय ने दिए संकेत
देश के सबसे बड़े आईपीओ LIC IPO का इंतजार कर रहे लोगों के लिए बुरी खबर है। रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से सरकार आईपीओ को टालने पर विचार कर रही है।
नई दिल्ली, 2 मार्च। देश के सबसे बड़े आईपीओ LIC IPO का इंतजार कर रहे लोगों के लिए बुरी खबर है। रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से सरकार आईपीओ को टालने पर विचार कर रही है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शेयर बाजार पर रूस-यूक्रेन यूद्ध के प्रभाव को देखते हुए भारत सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रस्तावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के समय की समीक्षा कर सकती है।
हितधारकों के साथ जल्द होगी समीक्षा बैठक
वित्त मंत्रालय के एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि वैसे तो हम योजना के अनुसार ही आगे बढ़ेंगे, लेकिन यदि रूस-यूक्रेन के बीच तनाव जारी रहता है तो फिर आईपीओ के समय की समीक्षा की जाएगी। वित्त मंत्रालय जल्द ही हितधारकों के साथ के साथ एलआईसी के आईपीओ के समय को लेकर समीक्षा बैठक करेगा।
निवेशकों के बीच भारी डर का माहौल
बता दें कि पिछले हफ्ते रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के बाद भारतीय बाजारों में काफी उठा पटक देखने को मिल रही है। निवेशक काफी बेचैन हैं। भारत सहित दुनियाभर के बाजारों में अस्थिरता जारी है। ऐसे में सरकार के अधिकारियों को डर है कि यदि यही स्थिति रही तो भारतीय और विदेशी निवेशक एलआईसी के शेयरों को खरीदने से मुंह फेर सकते हैं।
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सरकार जारी करेगी 316.25 मिलियन शेयर
बता दें कि सरकार को एलआईसी के आईपीओ से बहुत उम्मीदें हैं। सरकार इस आईपीओ के जरिए मोटा पैसा कमाना चाहती है। ऐसे में सरकार बिल्कुल नहीं चाहेगी कि एलआईसी के आईपीओ को खराब प्रतिक्रिया मिले। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार के अपने बजट भाषण में एलआईसी का आईपीओ लाने की घोषणा की थी। इस आईपीओ के जरिए सरकार एलआईसी में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी। आईपीओ में 316.25 मिलियन शेयर ब्रिक्री के लिये रखे जाएंगे। आईपीओ का 35 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए 10 फीसदी हिस्सा पॉलिसीधारकों के लिए और 5 फीसदी हिस्सा कर्मचारियों के लिए रिजर्व होगा।