अप्रैल-जून के बीच सरकारी बैंकों में हुई 19964 करोड़ रु की धोखाधड़ी
अप्रैल-जून के बीच सरकारी बैंकों में हुई 19964 करोड़ रु की धोखाधड़ी, RTI से हुआ खुलासा
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( Reserve Bank of India) से सूचना के अधिकार( RTI) के जरिए मांगी गई जानकारी के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से अप्रैल से जून के बीच 19964 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई हैं। RTI कार्यकर्ता चंद्र शेखर गौड़ ने आरबीआई से ये जानकारी आरटीआई के जरिए मांगी, जिसके मुताबिक अप्रैल से जून के बीच पब्लिक सेक्टर के बैंकों में 19964 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई है। इस दौरान कुल 2,867 फ्रॉड के केस सामने आए।
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इस रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा फ्रॉड के मामले देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ (State Bank of India) में हुए हैं । संख्या के हिसाब से धोखाधड़ी के मामलों में जहां SBI नंबर 1 पर रहा तो वहीं मूल्य के हिसाब से बैंक ऑफ इंडिया( Bank Of India) में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।
RTI के जरिए मांगी गई जानकारी के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों में कुल 2867 मामले सामने आए है। सबसे ज्यादा केस 2050 मामले SBI में हुए, जिनकी राशि 2325.88 करोड़ रुपए की है। वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा में 2842 करोड़ रु की धोखाध़ड़ी हुई। हालांकि संख्या के आधार पर देखें तो BOB में धोखाधड़ी के 60 केस सामने आए हैं।
वहीं केनरा बैंक( Canara Bank) में 3885.26 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई। वहीं इंडियन ओवरसीज बैंक में 1207.65 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई। वहीं बैक ऑफ महाराष्ट्र( Bank of Maharashtra) में 1,140.37 करोड़ रुपए के फॉड सामने आए हैं। वहीं पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 270.65 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। जबकि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ( Central Bank of India) में 655.84 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई।
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