नोटबंदी का हुआ ये फायदा, एक्सिस बैंक ने घटाया एमसीएलआर
बैंक ने एक साल के लोन पर एमसीएलआर को 15 बेसिस प्वाइंट यानी 0.15 फीसदी कम कर दिया है।
नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के बैंक एक्सिस बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.15-0.20 प्रतिशत की कटौती कर दी है, जो शुक्रवार से लागू हो जाएगी। बैंक ने एक साल के लोन पर एमसीएलआर को 15 बेसिस प्वाइंट यानी 0.15 फीसदी कम कर दिया है।
वहीं दूसरी ओर, दो और तीन साल के लोन के लिए 20 बेसिस प्वाइंट यानी 0.20 फीसदी की कटौती कर दी है। एक्सिस बैंक की तरफ से यह फैसला नोटबंदी के बाद लिया गया है, क्योंकि नोटबंदी के बाद से बैंकों में काफी पैसा जमा हो गया है।
नोट बदलने के लिए यहां लोग नहीं, उनके जूते, चप्पल और पासबुक लगाते हैं लाइन
अब क्या हैं नए रेट
इस कटौती के बाद अब नया एमसीएलआर रेट एक महीने के लिए 8.70 प्रतिशत, 3 महीनों के लिए 8.90 प्रतिशत और 6 महीनों के लिए 9 प्रतिशत होगा। वहीं दूसरी ओर एक साल के लिए एमसीएलआर रेट 9.05 प्रतिशत, दो साल के लिए 9.10 प्रतिशत और तीन साल के लिए 9.15 प्रतिशत होगा। एक्सिस बैंक ने कहा है कि नए लोन पर यह रेट 18 नवंबर से लागू होंगे।
आज शाम से ATM पर लगने वाली कतारें हो जाएंगी छोटी, जानिए कैसे
प्रतिद्वंद्वी बैंक कर चुके हैं कटौती
एक्सिस बैंक ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब एक्सिस बैंक के प्रतिद्वंद्वी बैंक एसबीआई, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक पहले ही एमसीएलआर में 15 बेसिस प्वाइंट यानी 0.15 फीसदी की कटौती कर चुके हैं।
नोटबंदी ने आम आदमी को दिया पहला झटका, होगा बड़ा नुकसान
क्या है एमसीएलआर?
एमसीएलआर का मतलब है मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट। यह रेट होम लोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन और अन्य लोन पर तय न्यूनतम ब्याज दर होती है। भारतीय रिजर्व बैंक ने इसकी शुरुआत 1 अप्रैल 2016 से की है।
इसे इसलिए लागू किया गया था, ताकि ग्राहकों को फायदा पहुंचाया जा सके। इसके लागू होने के बाद से जैसे ही भारतीय रिजर्व बैंक दरों में कटौती करता है, उसके साथ ही बैंकों को भी ब्याज दरों में कटौती करनी होती है।