RBI की मौद्रिक नीति कमेटी की बैठक आज से शुरू, बढ़ सकती हैं ब्याज दरें
मुंबई, 28 सितंबर। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक नीति की कमेटी की तीन दिवसीय बैठक आज से शुरू हो रही है। आज से रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति पर विचार करेगा। जिस तरह से दुनिया के तमाम केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में पिछले दिनों बढ़ोत्तरी की है, माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक भी तीन दिन चलने वाली मौद्रिक कमेटी की बैठक में इसी तरह का फैसला ले सकती है। बढ़ती महंगाई दर को काबू करने के लिए एक बार फिर से रिजर्व बैंक ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी का ऐलान कर सकती है।
बता दें कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति कमेटी में कुल 6 सदस्य हैं, जोकि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति को तय करती है। इस कमेटी का मुख्य लक्ष्य महंगाई को नियंत्रित रखना होता है। महंगाई दर को नियंत्रित रखते हुए देश की विकास की रफ्तार को भी बनाए रखना कमेटी का लक्ष्य है। फिलहाल कमेटी एक साल में 6 बार इकट्ठा होती है, हर दो महीने में आरबीआई की कमेटी इकट्ठा होती है और इसको लेकर चर्चा करती है।
पिछली समीक्षा बैठक जो अगस्त माह में हुई थी, उसमे कमेटी के सदस्यों ने एकमत यह फैसला लिया था कि ब्याज दरों को 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाया जाए, जिसके बाद ब्याज दर यानि रेपो रेट को 5.40 फीसदी कर दिया गया था, ताकि महंगाई को नियंत्रित किया जा सके। इस बढ़ोत्तरी के बाद रेपो रेट कोरोना काल के स्तर 5.15 फीसदी से ऊपर चली गई थी। बता दें कि अर्थव्यवस्था में मांग को कम करने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की जाती है, जिससे महंगाई दर में कमी होती है।
कमेटी ने अपनी पिछली बैठक में फैसला लिया था कि हम महंगाई दर को नियंत्रित रखेंगे, साथ ही विकास को भी मदद करते रहेंगे। वैश्विक स्तर पर मौद्रिक नीति की राह पर ही भारतीय रिजर्व बैंक भी आगे बढ़ती दिख रही है। अभी तक रिजर्व बैंक 140 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोत्तरी कर चुका है। कमेटी इस बात को पहले भी दोहरा चुकी है कि महंगाई दर 2023 की पहली तिमाही में 6 फीसदी से उपर रह सकती है। एसबीआई की रिसर्च के अनुसार रिजर्व बैंक ब्याज दरों में 35-50 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी कर सकता है।