Shraddha Murder Case: '36 टुकड़े करने की बात करने वाला सरफिरा गिरफ्तार', असली नाम है विकास
दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड से पूरा देश हिल गया था। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक इस घिनोने अपराध को अंजाम देने वाले हत्यारे आफताब के लिए हर कोई बस फांसी की मांग कर रहा है। दिल्ली में हुई श्रद्धा की निर्मम हत्या को जायज ठहराने वाले युवक को बुलंदशहर पुलिस ने धर दबोचा है। दिलचस्प यह है कि आफताब के समर्थन में युवक ने जब वीडियो बनाया तब उसने अपना नाम राशिद बताया था, लेकिन जब पुलिस ने गिरफ्तार किया तो पता चला कि उसका नाम विकास है।
राशिद निकला विकास
बता
दें
कि
श्रद्धा
मर्डर
केस
में
आरोपी
आफताब
आमीन
पूनावाला
का
समर्थन
करने
वाला
युवक
उत्तर
प्रदेश
के
बुलंदशहर
से
गिरफ्तार
कर
लिया
गया
है।
ख़ास
बात
यह
है
कि
आफताब
के
समर्थन
में
युवक
ने
जब
एक
पत्रकार
के
सामने
अपनी
बात
रखी
तब
उसने
अपना
नाम
राशिद
खान
बताया
था।
लेकिन
जब
पुलिस
ने
उसे
गिरफ्तार
किया
तो
पता
चला
कि
उसका
नाम
विकास
कुमार
है।
मतलब
विकास
ने
राशिद
बनकर
इस
वीडियो
को
वायरल
किया
था।
वीडियो
वायरल
होने
के
बाद
से
ही
पुलिस
आरोपी
की
तलाश
कर
रही
थी।
वायरल
वीडियो
में
विकास
कह
रहा
है
कि
जब
दिमाग
खराब
हो
तो
आदमी
किसी
के
35
की
जगह
36
टुकड़े
भी
कर
देता
है,
उसके
लिए
किसी
के
टुकड़े
करना
आसान
है।
उसकी
भी
अगर
किसी
से
लड़ाई
हो
तो
वो
भी
ऐसा
कर
सकता
है।
बुलंदशहर
का
विकास
कुमार
राशिद
खान
बताकर
श्रद्धा
वालकर
की
हत्या
को
जायज
ठहराने
की
कोशिश
कर
रहा
था।
आर्म्स एक्ट समेत 5 मामले हैं दर्ज
दरअसल,
पिछले
दिनों
से
सोशल
मीडिया
पर
एक
वीडियो
वायरल
हो
रहा
है।
इसमें
एक
युवक
श्रद्धा
हत्याकांड
में
आरोपी
आफताब
अमीन
पूनावाला
का
समर्थन
करता
नजर
आ
रहा
है।
जब
वीडियो
वायरल
हुआ
तो
सोशल
मीडिया
पर
संबंधित
युवक
को
पकड़ने
की
मांग
उठने
लगी
और
लोग
पुलिस
से
कार्रवाई
की
भी
मांग
करने
लगे।
इसके
बाद
हरकत
में
आई
बुलंदशहर
पुलिस
की
टीमों
को
आरोपी
युवक
की
गिरफ्तारी
के
लिए
नई
दिल्ली
रवाना
किया
गया,
क्योंकि
पता
चला
था
कि
आरोपी
राष्ट्रीय
राजधानी
में
ही
एक
यूट्यूब
चैनल
से
बातचीत
में
यह
विवादास्पद
बात
कहता
नजर
आया
था।
चौंकाने
वाली
बात
यह
है
कि
आरोपी
पर
पहले
से
ही
आर्म्स
एक्ट
समेत
चोरी
के
5
मामले
दर्ज
हैं।
पुलिस
का
कहना
है
कि
गिरफ्त
में
आया
युवक
जिले
के
मौलाबाद
गांव
का
रहने
वाला
है
और
उसका
असली
नाम
विकास
कुमार
पुत्र
चोखेलाल
है।
जबकि
वीडियो
में
उसने
खुद
को
राशिद
खान
बताया
था।
बहरूपिये को हो रहा है अफ़सोस
विकास ने पकडे जाने के बाद अपनी सफाई में कहा, ''मैंने जब अपना असली नाम (विकास कुमार) बताया तो लोग मेरे हुलिए को देखकर झूठ समझ रहे थे और मुझे मुस्लिम समझ रहे थे, इसलिए मैंने अपना नाम राशिद खान बता दिया। वैसे भी वहां पर सब लोग मुझे राशिद ही कहते थे।उसने अफ़सोस जताते हुए यह भी कहा कि उसे नहीं पता था कि चैनल से बात करना उसके लिए मुसीबत का सबब का बन जाएगा।
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