सोना भी हो गया इस चाय के दाम के आगे फेल, 10 ग्राम के लिए चुकाने होंगे इतने लाख रुपये
नई दिल्ली, 21 मई: अगर आप चाय के शौकीन हैं, तो आज का दिन आपके लिए बहुत ही खास है, क्योंकि पूरी दुनिया हर साल 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाती है। एशियाई देशों में चाय उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 2019 में संयुक्त राष्ट्र ने इस दिवस को मनाने का फैसला लिया था। वैसे तो इस दिन चाय के बिजनेस से जुड़े कारोबारियों और मजदूरों के लिए विशेष कार्यक्रम होते हैं, लेकिन चाय पीने के शौकीन लोग भी अब सोशल मीडिया पर इसे बंपर तरीके से सेलिब्रेट करने लगे हैं, तो आइए जानते हैं दुनिया की सबसे महंगी चाय के बारे में-
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चीन में है सबसे महंगी चाय
आमतौर पर भारत में दुकानों पर चाय 10 से 20 रुपये ग्लास/कप मिलती है। वहीं अगर आप किसी बड़े होटल में गए तो आपको वही चाय 100 से लेकर 1000 रुपये तक मिलेगी, लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि दुनिया में कुछ ऐसी खास चाय भी हैं, जिनके दाम ने तो सोने को भी फेल कर दिया है। जिसमें से एक का नाम है दा हॉन्ग पाओ टी। ये खास चाय सिर्फ चीन में पाई जाती है, जिसको खरीदकर पीना सबके बस की बात नहीं है।
20 ग्राम की कीमत 20 लाख
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में 2002 में एक धनी शख्स ने 20 ग्राम दा हॉन्ग पाओ टी खरीदा, जिसके लिए उसने 1.80 लाख युआन चुकाए। भारत के हिसाब से देखें तो आज की वक्त में ये कीमत 20.43 लाख रुपये होगी। ऐसे में ये चाय सोने से ज्यादा महंगी हुई, क्योंकि भारत में 24 कैरेट सोने की मौजूदा कीमत 50 हजार प्रति तोला है। इस दाम पर अगर आप सोना खरीदेंगे तो आपको 1 लाख में 20 ग्राम मिल जाएगा, जबकि आपको चीन की खास चाय के लिए 20 लाख चुकाने पड़ेंगे।
महारानी हो गई थीं ठीक
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि ओरिजनल दा हॉन्ग टी सोने से 20 गुना तक महंगी होती है। अगर आप एक ग्राम भी लेंगे तो आपको 1400 डॉलर चुकाने होंगे, जबकि किलो के हिसाब से लेने पर ये 9 करोड़ से ज्यादा की पड़ेगी। ऐसे में ये दुनिया की सबसे कीमती चाय हुई। चीनी लोगों के मुताबिक इस चाय का इतिहास बहुत पुराना है। मींग शासन के दौरान एक बार महारानी की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई। जिसके बाद चिकित्सकों ने उन्हें दा हॉन्ग पाओ टी पिलाई। इस पर चाय ने कमाल दिखाते हुए महारानी को ठीक कर दिया।
ऐसे पड़ा चाय का नाम
अपनी रानी को फिट होता देख राजा भी खुश हुए और उन्होंने दा हॉन्ग पाओ की खेती करने का आदेश दिया। वहीं इसका नाम पहले कुछ दूसरा होता था, लेकिन चीन के राजा हमेशा लंबा चोगा पहना करते थे, ऐसे में जब उन्होंने खेती का आदेश दिया, तो उसी के आधार पर चाय की पत्ती का नाम 'दा हॉन्ग पाओ' रख दिया गया।
क्या है खास बात?
दरअसल हॉन्ग पाओ का पौधा बहुत ही दुर्लभ होता है। इसे हर कहीं पर नहीं उगाया जा सकता, क्योंकि इसकी देखभाल में काफी मेहनत लगती है। दावा तो यहां तक किया जाता है कि इसे पीने से शरीर कई गंभीर बीमारियों से आसानी से लड़ सकता है। जिस वजह से इसकी कीमत हमेशा से ही ज्यादा रही है।
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