चेहरे पर नहीं डॉक्टरों ने महिला के हाथ में उगा डाली नाक, अजीबोगरीब सर्जरी से मिली नई जिंदगी
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से महिला का लंबे समय तक इलाज चला। इस दौरान महिला ने अपने चेहरे के अन्य हिस्सों समेत नाक को भी खो दिया। लेकिन फिर डॉक्टरों को एक अनोखी तरकीब सूझी।
Woman Grows New Nose: आज के समय में कुछ भी असंभव नहीं लगता। साइंस के क्षेत्र में दुनिया ने इतनी तरक्की कर ली है कि कोई भी चीज मुश्किल नहीं लगती। जब लोग चांद पर पहुंच सकते हैं, मंगल ग्रह पर जीवन की खोज हो सकती है तो कुछ भी असंभव नहीं। फिर बात चाहे, मानव शरीर की हो। तो बॉडी के साथ भी कई तरह के अजीबोगरीब प्रयोग किए जाते रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयोग हाल ही में महिला ने भी किया गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि डॉक्टरों ने महिला के हाथों पर दूसरी नाक उगा डाली।
महिला ने खोया चेहरे का बड़ा हिस्सा
हैरान कर देने वाला ये मामला फ्रांस का है, जहां एक महिला ने कैंसर के ट्रीटमेंट में अपने चेहरे का एक बड़ा हिस्सा खो दिया। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से महिला का लंबे समय तक इलाज चला। इसके बाद डॉक्टर्स ने महिला के शरीर के साथ बड़ा ही अनोखा एक्सपेरिमेंट किया।
कई बार चेहरे पर नाक बनाने की हुई कोशिश
'डेली स्टार' की खबर के मुताबिक, साल 2013 में रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी के कई सेशन्स के बाद महिला ने अपने चेहरे के कई हिस्सों को खो दिया। इन हिस्सों में महिला की नाक भी शामिल थी। डॉक्टर्स ने हिम्मत नहीं हारी और कई बार महिला के चेहरे पर फिर से नाक बनाने की कोशिश की। लेकिन कई बार की कोशिशों के बाद भी ये ट्रीटमेंट सफल नहीं हो सका।
बांह पर नाक उगाने का लिया फैसला
इसके बाद महिला ने डॉक्टरों से कंसल्ट किया और मेडिकल टेक्नोलॉजी की मदद से महिला की बांह पर एक नई नाक उगाने का फैसला लिया गया। ये बात सुनने में जितनी अजीब है, उतना ही मुश्किल इस महिला और डॉक्टर्स के लिए ये फैसला लेना भी रहा।
3D प्रिंटर का लिया गया सहारा
इस मुश्किल प्रक्रिया को पूरा करने के लिए डॉक्टर्स की टीम मे 3डी प्रिंटर का सहारा लिया। इससे डॉक्टर्स को नाक की शेप को कस्टमाइज करने में मदद मिली। उन्होंने नाक को डिजाइन किया और कार्टिलेज को बदलने और बायोमटीरियल को प्रिंट करने के लिए प्रिंटर का इस्तेमाल किया। और फिर जब ये प्रक्रिया पूरी हो गई, तो इसे मरीज की बांह पर लगाया गया।
बांह पर छोडे़ रखी नाक
ये नाक तो आर्टीफिशियल है, लेकिन इसे स्टैंडर्ड ह्यूमन फॉर्म दिया गया। इसके बाद डॉक्टर्स ने दो महीने के लिए उसकी नाक को यूं ही बांह पर छोड़ दिया। इसके बाद जब नाक अच्छी तरह से ग्रो हो गई, तो इसे महिला के चेहरे से जोड़ दिया गया।
पहले कभी नहीं हुई ये सर्जरी
सितंबर के महीने में मरीज की नाक को जोड़ने के लिए की गई ये सर्जरी ऐसी है, जिसे आज से पहले कभी नहीं किया गया। टूलोज यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल और क्लॉडियस रेगॉड इंस्टीट्यूट के सर्विकोफेशियल सर्जनों ने उसके चेहरे की रक्त वाहिकाओं को जोड़ने के लिए एक जटिल सर्जरी की।
आखिरकार रंग लाई डॉक्टर्स की मेहनत
ईवनिंग स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, ये सर्जरी और डॉक्टरों की मेहनत आखिरकार रंग लाई और ये नोज ट्रांसप्लांट किया जा सका। 10 दिनों तक अस्पताल में रहने और एंटीबायोटिक दवाएं खाने के तीन हफ्ते बाद मरीज अब रिकवर कर रही है।
सर्जरी को लेकर डॉक्टरों ने बोली ये बात
हालांकि, डॉक्टर्स का कहना है कि ये अभी पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता कि ट्रीटमेंट पूरा होने पर मरीज नाक से सूंघ भी पाएगा या नहीं। ये सूजन और हीलिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही पता लग पाएगा।