Chilika Lake pics: रहस्यमयी चिल्का झील की खूबसूरत तस्वीरें, सीएम नवीन पटनायक ने शेयर किए हवाई शॉट्स
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चिल्का झील की कुछ हवाई शॉट्स सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। आइए देखते हैं कि दुनिया की ये खूबरत झील आसमान से कैसी दिखती है?
Chilika Lake Pics: चिल्का झील की गिनता दुनिया की रहस्यमयी झील के रूप में की जाती है। यह एक खारे पानी की झील है और ओडिशा के पुरी, खुर्दा और गंजम जिलों में स्थित है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चिल्का झील की कुछ हवाई शॉट्स सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। आइए देखते हैं कि दुनिया की ये खूबरत झील आसमान से कैसी दिखती है...
चिल्का में वनस्पतियों के अलाव कई द्वीप
रहस्यमयी झील चिल्का खूबसूरत होने के साथ कई जीवों को शरण देती है। चिल्का में कई द्वीप हैं, जिनमें से सबसे उल्लेखनीय हैं कृष्णप्रसाद, नलबन, कालीजई, सोमोलो और पक्षी द्वीप। यह लैगून और उसके आसपास 800 से अधिक प्रजातियों का भी घर है।
चिल्का का रहस्य
इस झील को लेकर एक कहानी है कि एक लड़की की शादी बहुत कम उम्र में कर दी गई थी। जब वो पिता के साथ इस झील में घूमने पहुंची तो एक चक्रवात में फंस गई। इस चक्रवात में पिता और नाविक तो बच गए, लेकिन बेटी नहीं मिली। स्थानीय लोगों का मानना है कि जब वो चक्रवात में फंसी तो वो देवी काली के रूप में बदल गई। इस लड़की की याद में झील के किनारे एक मंदिर का निर्माण किया गया।
सीएम पटनायक से शेयर की तस्वीरें
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चिल्का झील की खूबसूरत तस्वीरें शेयर की हैं। इस पोस्ट के साथ सीएम पटनायक ने लिखा, "चिल्का झील ओडिशा की संस्कृति और साहित्य का अभिन्न अंग रही है। यह प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग है और पर्यटकों के लिए आकर्षक कार्निवाल उपलब्ध कराता है। आइए इस सर्दी में प्रकृति की सिम्फनी के साथ समय बिताएं जहां जीवन का पोषण होता है और प्रकृति अपनी महिमा का जश्न मनाती है। IndiasBestKeptSecret" सीएम नवीन पटनायक ने आगे लिखा, ये झील वनस्पतियों और जीवों के लिए स्वर्ग के रूप में जाना जाता है। सर्दियों में भारत के इस हिस्से में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं।
झील की तस्वीरें वायरल
ये तस्वीरें सीएम पटनायक ने ट्विटर पोस्ट की हैं। जिससे यूजर्स खूब लाइक कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'वाह। अद्भुत तस्वीर सर। ये ओडिशा को प्रकृति का गिफ्ट है। आपके द्वारा की गई अधिकांश पहलें प्रशंसनीय हैं लेकिन रखरखाव पर अधिक ध्यान देने और इसे सभी के लिए किफायती बनाने की आवश्यकता है। जबकि एक अन्य यूजर डॉ. सुशील दूबे ने लिखा, "यह आश्चर्यजनक है। हम एक बार वहां गए थे लेकिन फिर से आना चाहेंगे। प्रकृति का उपहार!"।