'मीनार' वाले असम के 'ग्रेट खली', इलाके के हैं बाहुबली, JCB की भी पॉवर को देते हैं मात
नई दिल्ली, 31 जुलाई। भारत के रेसलिंग स्टार दिलीप सिंह राणा को हम 'द ग्रेट खली' के नाम से जानते हैं। उनके एक फैंस ने खुद को रेसलिंग स्टार जैसा बना लिया है। लंबाई इतनी की नाम एक मीनार के नाम पर रखा गया। पॉवर के मुकाबले में इलाके में किसी बाहुबली से कम नहीं जो जेसीबी की जरूरत को भी पूरा कर दे। आइए जानते हैं असम के उस 'ग्रेट खली' के विषय में जिसके चर्चे असम में खूब होते हैं।
द ग्रेट खली की कद काठी वाला किसान
असम के जितेन डोले एक सुपारी किसान हैं। उनको लोग उनके वास्तविक नाम के कम एक मीनार के नाम से ज्यादा जानते हैं। इसका कारण उनके शरीर की लंबाई है। कद मे मायने में वो फेमस रेसलिंग स्टार से कम नहीं हैं। वो 6 फीट और 8 इंच लंबे हैं। उनकी लंबी कद काठी के कारण लोग उन्हें अल्लाई मीनार के नाम से जानते हैं। गांव में लोग उन्हें अल्लाई कहकर ही पुकारते हैं।
भार भरकम डाइट
अल्लाई असम के लखीमपुर जिले के जोनाई गांव के निवासी हैं। वो एक सुपारी किसान हैं। वे अपनी भूख का शांत के करने के लिए भारी भरकम डाइट लेते हैं। एक बार में वो दो किलोग्राम चावल, एक किलो मछली और 200 ग्राम गर्म मिर्च और अन्य मसालों के बराबर मीट खा लेते हैं।
भूख नहीं होती सहन
अल्लाई का भोजन इतना अधिक होता है वो एक थाली में नहीं आता। इसलिए उन्हें पत्ते पर भोजन परोसा जाता है। अल्लाई कहते हैं कि वे अपनी भूख बर्दाश्त नहीं कर पाते। उन्हें भूख लगते ही तुरंत खाने की आवश्यता होती है।
ग्रेट खली के फैंन हैं अल्लाई
49 वर्षीय अल्लाई का सपना ग्रेट खली जैसा बनने का है। हालांकि उनके पास रेसलिंग सीखने की सुविधाएं नहीं हैं। वो एक सुपारी किसान हैं। इसी से उनका गुजर बसर होता है। बाढ़ में उनकी अधिकांश कृषि भूमि ब्रह्मपुत्र नदी की धाराओं में बह गई है।
ग्रेट खली के फैंन हैं अल्लाई
49 वर्षीय अल्लाई का सपना ग्रेट खली जैसा बनने का है। हालांकि उनके पास रेसलिंग सीखने की सुविधाएं नहीं हैं। वो एक सुपारी किसान हैं। इसी से उनका गुजर बसर होता है। बाढ़ में उनकी अधिकांश कृषि भूमि ब्रह्मपुत्र नदी की धाराओं में बह गई है।