102 साल की मां को 76 साल बाद मिली शिशु की कब्र! 7 दशक पुरानी घटना पर अब हुआ यकीन
76 वर्षों से एक महिला को एक दर्दनाक घटना पर यकीन नहीं हो रहा था। उसकी आंखे अपने बच्चे की तलाश कर रहीं थी। 102 साल की उम्र में महिला को अपने शिशु की मौत का यकीन तब हुआ जब मृत बच्चे का ताबूत का पता चला।
Mother found dead baby's grave: मां और बच्चे का प्यार अनोखा है। लेकिन जन्म होते ही अगर किसी मां से उसका शिशु हमेशा के लिए अलग हो जाए और उसे पता भी ना हो तो सोचो उसके दिल पर क्या गुजरेगी। एक ऐसी ही घटना प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती हुई एक महिला के साथ हुई। दर्दनाक घटना के बाद पिछले 76 वर्षों से उसकी आंखे अपने बच्चे की तलाश कर रहीं थी। जिसका सच काफी दर्दनाक था। 102 साल की बुजुर्ग महिला अपने शिशु की मौत का यकीन तब हुआ जब उसे उसके मृत बच्चे का ताबूत मिला।
26
साल
में
हुआ
हुआ
था
प्रसव
पिछले
76
साल
से
महिला
के
लिए
उसका
पहला
प्रसव
पहेली
बना
हुआ
था।
डॉक्टरों
के
लाख
समझाने
के
बाद
भी
उसको
अपने
बच्चे
की
मौत
पर
यकीन
नहीं
था।
ये
बात
102
साल
की
वृद्ध
महिला
मार्जोरी
रिग्बी
(Marjorie
Rigby)
की
है।
जो
इंग्लैंड
के
मैनचेस्टर
की
रहने
वाली
है।
रिग्बी
को
प्रसव
पीड़ा
होने
पर
उसे
एक
निजी
क्लीनिक
में
भर्ती
कराया
गया।
ये
बात
आज
से
76
साल
पहले
यानी
1946
की
है।
क्लीनिक
डिलीवरी
तो
हुई
लेकिन
वो
मार्जोरी
को
अपना
बच्चा
देखना
नसीब
नहीं
हुआ।
तीन
दिन
बात
पता
चला
सच
इंग्लैंड
की
वृद्ध
महिला
रिग्बी
वायुसेना
में
भी
काम
कर
चुकी
हैं।
जब
उन्होंने
पति
चार्ली
से
शादी
के
बाद
26
वर्ष
की
आयु
में
वो
प्रग्नेंट
हुईं
थीं।
ये
उनका
पहला
शिशु
था
जो
मृत
पैदा
हुआ।
लेकिन
रिग्बी
को
इसकी
जानकारी
नहीं
गई।
उन्होंने
डॉक्टरों
और
मैट्रन
के
बीच
बातचीत
से
बच्चे
की
मौत
का
अंदाजा
लगाया।
चिकित्सकों
स्वास्थ्य
कारणों
के
चलते
ऐसा
किया।
दर्दनाक
घटना
के
सात
दशक
से
अधिक
समय
बीत
जाने
के
बावजूद
बुजुर्ग
महिला
को
नहीं
पता
था
कि
आगे
क्या
हुआ।
76
साल
बात
मिला
ताबूत
मार्जोरी
रिग्बी
अब
102
साल
की
हो
चुकी
हैं।
लेकिन
उनके
मन
में
अपने
पहले
बच्चे
की
मौत
को
लेकर
सवाल
अब
तक
बना
हुआ
था।
जिसके
चलते
हाल
ही
में
उनके
शिशु
के
कब्र
की
खोज
गई।
मार्जोरी
के
अनुसार,
प्रसव
के
बाद
उसे
एक
कमरे
में
छोड़
दिया
गया
था
और
दो
हफ्ते
बाद
घर
भेजे
जाने
से
पहले
कोई
भी
उससे
बात
करने
नहीं
आया
था।
एक
न्यूज
प्लेटफार्म
के
अनुसार
मार्जोरी
ने
कहा,
"मुझे
बस
अपने
कमरे
में
वापस
ले
जाया
गया
और
छोड़
दिया
गया।
कोई
भी
मुझसे
बात
करने
और
मुझे
यह
बताने
नहीं
आया
कि
जीवन
को
कैसे
आगे
बढ़ाया
जाए।
मैं
बस
घर
गई
और
आगे
बढ़ी,"
उसने
कहा।
मार्जोरी
जो
द्वितीय
विश्व
युद्ध
के
दौरान
महिला
सहायक
वायु
सेना
में
थीं,
उनकी
दो
और
बेटियाँ
हुईं,
लेकिन
वह
अपनी
सबसे
बड़ी
संतान
लौरा
को
कभी
नहीं
भूल
सकीं।
बच्चे
की
कब्र
का
ऐसे
लगाया
पता
मार्जोरी
की
बेटी
एंजेला
रिग्बी
(Angela
Rigby)
ने
न्यूज
चैनल
बीबीसी
नॉर्थ
वेस्ट
टुनाइट
पर
एक
मां
के
बारे
में
एक
कार्यक्रम
देखा।
जिसमें
ये
दिखाया
गया
कि
6
दशक
बाद
अपने
मृत-जन्मे
बेटे
की
कब्र
का
एक
मां
ने
कैसे
पता
लगाया।
इसके
बाद
एंजेला
ने
इसके
लिए
शोध
शुरू
किया।
जिसके
बाद
एंजेला
ने
ब्रीफ
लाइव्स
रिमेम्बर्ड
नामक
चैरिटी
की
मदद
से
उसकी
बहन
लौरा
की
कब्र
का
पता
लगाया।
बिपाशा बसु के घर में गूंजीं किलकारियां, एक प्यारी सी बेटी को दिया जन्म
वृद्ध
महिला
ने
ली
राहत
की
सांस
कथित
रूप
से
ये
कब्र
स्टॉकपोर्ट
कब्रिस्तान
में
स्थित
है।
मार्जोरी
की
बेटी
ने
खुलासा
किया
कि
उसने
अपनी
बहन
को
पांच
अन्य
शिशुओं
और
एक
वयस्क
के
साथ
एक
अज्ञात
भूखंड
में
एक
छोटे
से
ताबूत
में
दफन
पाया।
एंजेला
रिग्बी
ने
भी
अपनी
दिवंगत
बहन
की
कब्र
पर
फूलों
का
एक
गुच्छा
चढ़ाया।
अपनी
पहली
संतान
की
कब्र
का
पता
लगने
पर
मार्जोरी
ने
कहा,"यह
जानकर
वास्तव
में
एक
बड़ी
राहत
मिली
है
कि
वह
कहां
है।"