नीतीश कुमार को एक दिन पहले मिली पहली पंक्ति में सीट, दूसरे दिन इस्तीफे पर पीएम की बधाई
नीतीश कुमार अकेले ऐसे मुख्यमंत्री थे जिन्हें राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में पहली पंक्ति में जगह दी गई थी। वे लालकृष्ण आडवाणी, अमित शाह, मनमोहन सिंह, एचडी देवेगौड़ा के साथ पहली पंक्ति में बैठे थे।
नई दिल्ली। बिहार के निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी से नजदीकियों की खबरें नोटबंदी के बाद से सुनाई दे रही थीं लेकिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के मसले पर जिस तरह उन्होंने अपने सहयोगी दलों से इतर उनका समर्थन किया, उसने इस बात पर मुहर ही जैसे लगा दी।
शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार को पहली पंक्ति में मिली जगह
नीतीश कुमार अकेले ऐसे मुख्यमंत्री थे जिन्हें राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में पहली पंक्ति में जगह दी गई थी। वे लालकृष्ण आडवाणी, अमित शाह, मनमोहन सिंह, एचडी देवेगौड़ा के साथ पहली पंक्ति में बैठे थे। इस बात से समझा जा सकता है कि नीतीश कुमार को नरेंद्र मोदी और उनकी टीम कितनी अहमियत दे रही थी।
इस्तीफे के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले नीतीश को दी बधाई
भाजपा शासित राज्यों के कई कद्दावर मुख्यमंत्रियों शिवराज सिंह चौहान और मनोहरलाल खट्टर को भी काफी पीछे जगह मिली थी। तो क्या ये महज संयोग था कि इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले नीतीश कुमार को बधाई दी। दरअसल ये नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ती गलबहियों का संकेत है।
इस्तीफे के बाद नीतीश ने किया इशारा
पीएम मोदी ने जिस तरह से नीतीश कुमार के इस्तीफे के तुरंत बाद उन्हें बधाई दी इससे संकेत मिल रहे हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी के साथ आएंगे। इसका जिक्र खुद नीतीश कुमार ने इस्तीफे के बाद भी किया।
नीतीश के फैसले का इंतजार
इस पूरे घटनाक्रम के बाद माना जा रहा है कि बीजेपी नीतीश को बाहर से समर्थन दे सकती है। बिहार में जारी सियासी संकट को लेकर बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक शुरू हो गई है। वहीं नीतीश कुमार ने भी इशारा कर दिया है कि बिहार के हित में जो फैसला होगा वो उसके साथ जाएंगे।